सहारनपुर: बिहार और पूर्वांचल में मनाई जाने वाली छठ पूजा सहारनपुर में भी धूमधाम से मनाई गई. यहां पूर्वी यमुना नहर के घाट पर न सिर्फ हजारों श्रद्धालुओं ने ढलते सूरज को अर्घ्य दिया, बल्कि डीएम आलोक कुमार पाण्डेय समेत कई अधिकारियों ने अपने परिवार के साथ पहुंच कर छठ मैया की पूजा की. इस दौरान श्रद्धालुओं ने नहर में खड़े होकर पूजा-अर्चना करते हुए सूर्य देवता को अर्घ्य देकर मन्नतें मांगी.
जिलाधिकारी ने की छठ मइया की पूजा
जिलाधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि छठ पर्व का बहुत महत्व है. यह पर्व न केवल पश्चिमी उत्तर और बिहार में बल्कि देश के सभी राज्यों के प्रत्येक जनपद में मनाया जाता है. उगते सूरज को सभी लोग प्रणाम करते हैं, लेकिन ढलते हुए सूर्य की उपासना केवल छठ पूजा में ही होती है. संस्कृत के श्लोक के माध्यम से छठ पूजा की जाती है.
भारत के कल्याण और उन्नति की जिलाधिकारी ने की प्राथर्ना
जिलाधिकारी ने छठ मैया से कामना की है कि छठ मैया सभी का कल्याण करें और सभी को सफल बनाएं. पानी के बीच खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देने पर उन्होंने बताया कि सूर्य में सोलर एनर्जी होती है जो सोलर सिस्टम की शक्ति का एक प्रतीक है.
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छठ मइया की पूजा से पूरी होती है मनोकामना
सूर्य न होता तो जीवन कैसा होता यह सोचने की बात है. अयोध्या कांड में भी भगवान श्रीराम के लिए कहा गया कि कठिन परिस्तिथियों में और अनुकूल परिस्तिथियों में प्रसन्न रहना चाहिए. वहीं अन्य श्रद्धालुओं ने भी ढलते सूरज को अर्घ्य देकर छठ मैया की पूजा की. बताया जाता है कि आज के दिन छठ मैया की पूजा करने से घर परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और माता रानी सबकी मनोकामना पूरी करती हैं.