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शामली में वार्निंग लेवल के पार हुआ यमुना का पानी, कई गांवों में हजारों बीघा फसल जलमग्न

पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के चलते यमुना नदी उफान पर है. हथिनीकुंड बैराज पर पानी का दबाव बढ़ने से रविवार और सोमवार को इस वर्ष का सर्वाधिक पानी डिस्चार्ज किया गया. इस कारण शामली में यमुना नदी का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार कर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है.

शामली में वार्निंग लेवल के पार हुआ यमुना का पानी
शामली में वार्निंग लेवल के पार हुआ यमुना का पानी
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Published : Jul 11, 2023, 8:05 AM IST

शामली में वार्निंग लेवल के पार हुआ यमुना का पानी

शामली: बाढ़ के हालातों के मद्देनजर केंद्रीय जल आयोग, ऊपरी यमुना विभाग द्वारा बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बाद यमुना नदी पर सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. इसके अलावा कांवरियों की सुरक्षा के मद्दनेजर भी यमुना घाटों पर पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं.

जिले में ड्रेनेज विभाग के जेई आशु कुमार ने बताया कि नौ जुलाई की सुबह आठ बजे हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 30866 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड डिस्चार्ज किया गया था. इसके बाद सुबह 10 बजे 45402, दोपहर दो बजे 85642, शाम चार बजे 104553 और सोमवार की रात एक बजे 258343, सुबह छह बजे 294587, सुबह आठ बजे 279898 क्यूसेक और शाम 6 बजे 22717 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया. यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी वर्ष भर में सर्वाधिक छोड़ा गया बताया जा रहा है.

दरअसल, जिले में यमुना नदी का वार्निंग लेवल 231 मीटर है, जबकि डेंजर लेवल 231.50 मीटर है. अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2013 में जिले में यमुना नदी में आई भयंकर बाढ़ के दौरान जलस्तर 232.75 मीटर तक पहुंच गया था, जबकि सोमवार की शाम छह बजे तक जिले में यमुना नदी का जलस्तर वार्निंग लेवल से ऊपर 231.20 तक पहुंच गया है, जोकि डेंजर लेवल से मात्र 30 सेंटीमीटर कम है. बैराज से छोड़ा गया पानी सोमवार दोपहर बाद से जनपद में पहुंचना शुरू हो गया है, जबकि यह पानी अगले 24 घंटे में दिल्ली तक पहुंचेगा. इसके चलते दिल्ली की भी टेंशन बढ़ने वाली है.

बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते केंद्रीय जल आयोग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए जिले में अलर्ट जारी कर जनपद स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं. उधर, यमुना नदी में उफान की वजह से जिले के मवी हैदरपुर, रामड़ा, नंगलाराई, मवी, मामौर, मोहम्मदपुर राई, खुरगान, मंडावर आदि गांवों में हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है. वहीं, यमुना के किनारों पर बाढ़ के कारण कटान भी देखने को मिल रहा है. जिला प्रशासन द्वारा तटवर्ती गांवों में एनाउंस्मेंट कराते हुए ग्रामीणों के साथ-साथ किसानों से यमुना नदी की ओर न जाने की अपील की जा रही है.

डीएम रविंद्र सिंह ने बताया कि लगातार हो रही बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा है. इसके चलते स्थानीय पुलिस प्रशासन और ड्रेनेज विभाग को अलर्ट कर दिया गया है. फिलहाल, कांवड़ यात्रा चल रही है और श्रद्धालु भी यमुना नदी में स्नान करते हैं. उनकी सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय गोताखोरों के साथ-साथ फ्लड पीएसी की बटालिन के दो सेक्शन भी तैनात किए गए हैं. डीएम ने बताया कि उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि किसी के साथ भी कोई अप्रिय घटना न हो.

यह भी पढ़ें: दिल्ली में यमुना उफनाई तो आगरा में भी बढ़ने लगा जलस्तर

शामली में वार्निंग लेवल के पार हुआ यमुना का पानी

शामली: बाढ़ के हालातों के मद्देनजर केंद्रीय जल आयोग, ऊपरी यमुना विभाग द्वारा बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बाद यमुना नदी पर सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. इसके अलावा कांवरियों की सुरक्षा के मद्दनेजर भी यमुना घाटों पर पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं.

जिले में ड्रेनेज विभाग के जेई आशु कुमार ने बताया कि नौ जुलाई की सुबह आठ बजे हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 30866 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड डिस्चार्ज किया गया था. इसके बाद सुबह 10 बजे 45402, दोपहर दो बजे 85642, शाम चार बजे 104553 और सोमवार की रात एक बजे 258343, सुबह छह बजे 294587, सुबह आठ बजे 279898 क्यूसेक और शाम 6 बजे 22717 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया. यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी वर्ष भर में सर्वाधिक छोड़ा गया बताया जा रहा है.

दरअसल, जिले में यमुना नदी का वार्निंग लेवल 231 मीटर है, जबकि डेंजर लेवल 231.50 मीटर है. अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2013 में जिले में यमुना नदी में आई भयंकर बाढ़ के दौरान जलस्तर 232.75 मीटर तक पहुंच गया था, जबकि सोमवार की शाम छह बजे तक जिले में यमुना नदी का जलस्तर वार्निंग लेवल से ऊपर 231.20 तक पहुंच गया है, जोकि डेंजर लेवल से मात्र 30 सेंटीमीटर कम है. बैराज से छोड़ा गया पानी सोमवार दोपहर बाद से जनपद में पहुंचना शुरू हो गया है, जबकि यह पानी अगले 24 घंटे में दिल्ली तक पहुंचेगा. इसके चलते दिल्ली की भी टेंशन बढ़ने वाली है.

बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते केंद्रीय जल आयोग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए जिले में अलर्ट जारी कर जनपद स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं. उधर, यमुना नदी में उफान की वजह से जिले के मवी हैदरपुर, रामड़ा, नंगलाराई, मवी, मामौर, मोहम्मदपुर राई, खुरगान, मंडावर आदि गांवों में हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है. वहीं, यमुना के किनारों पर बाढ़ के कारण कटान भी देखने को मिल रहा है. जिला प्रशासन द्वारा तटवर्ती गांवों में एनाउंस्मेंट कराते हुए ग्रामीणों के साथ-साथ किसानों से यमुना नदी की ओर न जाने की अपील की जा रही है.

डीएम रविंद्र सिंह ने बताया कि लगातार हो रही बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा है. इसके चलते स्थानीय पुलिस प्रशासन और ड्रेनेज विभाग को अलर्ट कर दिया गया है. फिलहाल, कांवड़ यात्रा चल रही है और श्रद्धालु भी यमुना नदी में स्नान करते हैं. उनकी सुरक्षा के मद्देनजर स्थानीय गोताखोरों के साथ-साथ फ्लड पीएसी की बटालिन के दो सेक्शन भी तैनात किए गए हैं. डीएम ने बताया कि उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि किसी के साथ भी कोई अप्रिय घटना न हो.

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