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शामली: दस दिसंबर को दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे भट्ठा मालिक

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Published : Dec 7, 2019, 1:27 PM IST

उत्तर प्रदेश के शामली में सरकार की पाबंदियों के चलते ईंट-भट्ठा मालिकों में आक्रोश दिखाई दे रहा है. अपनी मांगों को लेकर ईंट-भट्ठा मालिक दस दिसंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे.

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जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे भट्टा मालिक.

शामली: ईंट निर्माता समिति ने सरकार पर मनमाना रवैया अपनाते हुए उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. भट्टा मालिकों ने कहा कि इसके खिलाफ 10 दिसंबर को भट्ठा मालिक दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर सरकार के सामने अपनी मांगें रखेंगे. प्रदर्शन के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है तो श्रमिकों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा.

जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे भट्ठा मालिक.
ईंट-भट्ठा मालिकों का जंतर-मंतर पर होगा धरना-प्रदर्शन
  • ईंट-भट्ठा मालिक दस दिसंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे.
  • एनजीटी के आदेशों के तहत अधिकांश भट्टे जिग-जैग प्रणाली में परिवर्तित हो चुके हैं.
  • भट्ठा मालिकों द्वारा यह परिवर्तन एनजीटी के आदेशों के तहत किया गया है.
  • आरोप है कि इसके बावजूद भी एनजीटी ने 15 दिसंबर तक सभी भट्ठे बंद करा दिए हैं.
  • भट्ठा मालिकों की मांग है कि सरकार, एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भट्ठों को चलाने के लिए एक अवधि तय करे.
  • भट्ठों को बार-बार बीच में बंद करने पर उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

इसे भी पढ़ें-शामली: जिसे कब्र में किया था दफन, वो 30 साल बाद लौटा घर

सरकार से की जाएगी ये मांग

  • दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान भट्ठा मालिक सरकारी निर्माण कार्य में फ्लाई ऐश ईंट का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित करने की मांग.
  • भट्ठा संचालकों को दो मीटर तक खनन की छूट दिए जाने की मांग.
  • खनन से पूर्व स्वच्छता प्रमाण पत्र की बाध्यता को खत्म करने की मांग.
  • ईंट भट्ठों पर श्रमिक कानूनों में भी छूट देने की मांग.
  • 25 फरवरी 2020 से लाल ईंट निर्माण पर प्रतिबंध की अधिसूचना को निरस्त करने की मांग.
  • ईंट मिट्टी को माइनर मिनरल से बाहर कर खनिज नीति में बदलाव की मांग सरकार से करेगी.

इसे भी पढ़ें-शामली: मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार

शामली: ईंट निर्माता समिति ने सरकार पर मनमाना रवैया अपनाते हुए उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. भट्टा मालिकों ने कहा कि इसके खिलाफ 10 दिसंबर को भट्ठा मालिक दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर सरकार के सामने अपनी मांगें रखेंगे. प्रदर्शन के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है तो श्रमिकों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा.

जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे भट्ठा मालिक.
ईंट-भट्ठा मालिकों का जंतर-मंतर पर होगा धरना-प्रदर्शन
  • ईंट-भट्ठा मालिक दस दिसंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे.
  • एनजीटी के आदेशों के तहत अधिकांश भट्टे जिग-जैग प्रणाली में परिवर्तित हो चुके हैं.
  • भट्ठा मालिकों द्वारा यह परिवर्तन एनजीटी के आदेशों के तहत किया गया है.
  • आरोप है कि इसके बावजूद भी एनजीटी ने 15 दिसंबर तक सभी भट्ठे बंद करा दिए हैं.
  • भट्ठा मालिकों की मांग है कि सरकार, एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भट्ठों को चलाने के लिए एक अवधि तय करे.
  • भट्ठों को बार-बार बीच में बंद करने पर उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

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सरकार से की जाएगी ये मांग

  • दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान भट्ठा मालिक सरकारी निर्माण कार्य में फ्लाई ऐश ईंट का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित करने की मांग.
  • भट्ठा संचालकों को दो मीटर तक खनन की छूट दिए जाने की मांग.
  • खनन से पूर्व स्वच्छता प्रमाण पत्र की बाध्यता को खत्म करने की मांग.
  • ईंट भट्ठों पर श्रमिक कानूनों में भी छूट देने की मांग.
  • 25 फरवरी 2020 से लाल ईंट निर्माण पर प्रतिबंध की अधिसूचना को निरस्त करने की मांग.
  • ईंट मिट्टी को माइनर मिनरल से बाहर कर खनिज नीति में बदलाव की मांग सरकार से करेगी.

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यूपी के शामली में भी सरकार की पाबंदियों के चलते ईट—भट्टा स्वामियों में आक्रोश पनप रहा है. अपनी मांगों को लेकर ईंट-भट्ठा मालिक दस दिसंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे.
Body:
शामली: शामली ईंट निर्माता समिति ने सरकार पर मनमाना रवैया अपनाते हुए उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. भट्टा स्वामियों ने कहा कि इसके खिलाफ 10 दिसंबर को भट्टा स्वामी दिल्ली में धरना प्रदर्शन कर सरकार के सामने अपनी मांगे रखेंगे. यदि इसके बाद ही समस्या का समाधान नही होता, तो श्रमिकों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा.

क्या है पूरा मामला?
. एनजीटी के आदेशों के तहत अधिकांश भट्टे जिग-जैग प्रणाली में परिवर्तित हो चुके हैं.

. भट्टा मालिकों द्वारा यह परिवर्तन एनजीटी के आदेशों के तहत किया गया है.

. आरोप है कि इसके बावजूद भी एनजीटी ने 15 दिसंबर तक सभी भट्ठे बंद करा दिए हैं.

. भट्टा मालिकों की मांग है कि सरकार, एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भट्ठों को चलाने के लिए एक अवधि तय करे.

. भट्टों को बार—बार बीच में बंद करने पर उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

. बार—बार बंद होने पर लैबर भी भट्टो से भाग जाती है, अन्यथा संचालकों को अतिरिक्त व्यय करना पड़ता है.Conclusion:रखी जाएंगी यें मांग..
दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान भट्टा स्वामी सरकारी निर्माण कार्य में फ्लाई ऐश ईंट का प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित करने, भट्ठा संचालकों को दो मीटर तक खनन की छूट दिए जाने, खनन से पूर्व स्वच्छता प्रमाण पत्र की बाध्यता को खत्म करने, ईंट भट्ठों पर श्रमिक कानूनों में भी छूट देने, 25 फरवरी 2020 से लाल ईंट निर्माण पर प्रतिबंध की अधिसूचना को निरस्त करने और ईंट मिट्टी को माइनर मिनरल से बाहर कर खनिज नीति में बदलाव मांग सरकार से करेंगे.

बाइट: भूपेंद्र मलिक, अध्यक्ष, शामली ईंट निर्माता समिति

नोट: खबर रैप से भेजी गई है..

रिपोर्टर: सचिन शर्मा
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