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शाहजहांपुर: फर्जी शिक्षकों से होगी 7 करोड़ की रिकवरी

यूपी के शाहजहांपुर जिले में बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जी शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई की है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पकड़े गए 30 शिक्षकों से जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने रिकवरी के निर्देश दिए हैं.

जिला बेसिक अधिकारी कार्यालय.
जिला बेसिक अधिकारी कार्यालय.
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Published : Jul 5, 2020, 3:01 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST

शाहजहांपुर: फर्जी शिक्षकों पर जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिकवरी के आदेश दिए हैं. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पकड़े गए 30 शिक्षकों से 7 करोड़ 16 लाख 86,608 रुपये की रिकवरी के आदेश दिए गए हैं. इनमें से कई ऐसे फर्जी शिक्षक भी शामिल हैं, जो एसआईटी की जांच के दायरे में आए थे. वहीं जिला बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से की गई कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है.

जानकारी देतें बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार.

दरअसल, 4 साल पहले जनपद में 42 शिक्षक जांच में फर्जी पाए गए थे. सभी के दस्तावेज फर्जी थे. इन्ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वे नौकरी कर रहे थे. इन सभी पर कार्रवाई करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने इन्हें बर्खास्त कर दिया. इनमें से 12 शिक्षकों के मामले कोर्ट में विचाराधीन है, जबकि अतीत में ऐसे फर्जी शिक्षक पकड़ में आए हैं, जो करोड़ों रुपये का वेतन ले चुके थे.

जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद 30 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ 7 करोड़ 16 लाख 86 हजार 608 रुपये की रिकवरी की कार्रवाई की है. इस रिकवरी का जिम्मा राजस्व विभाग को सौंपा गया है. यह फर्जी शिक्षक शाहजहांपुर, पीलीभीत, एटा, बलिया, बदायूं और आगरा के रहने वाले हैं.

मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि 4 साल पहले दस्तावेज की चेकिंग के दौरान 42 ऐसे शिक्षक पाए गए थे, जिनके दस्तावेज फर्जी थे. ऐसे 42 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. इनमें से 12 शिक्षकों का मामला न्यायालय में विचाराधीन है.

इसे भी पढ़ें- शाहजहांपुर: कैबिनेट मंत्री के कार्यक्रम में बाल मजदूरी, सवाल पूछने पर भड़के नगर आयुक्त

शाहजहांपुर: फर्जी शिक्षकों पर जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिकवरी के आदेश दिए हैं. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पकड़े गए 30 शिक्षकों से 7 करोड़ 16 लाख 86,608 रुपये की रिकवरी के आदेश दिए गए हैं. इनमें से कई ऐसे फर्जी शिक्षक भी शामिल हैं, जो एसआईटी की जांच के दायरे में आए थे. वहीं जिला बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से की गई कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है.

जानकारी देतें बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार.

दरअसल, 4 साल पहले जनपद में 42 शिक्षक जांच में फर्जी पाए गए थे. सभी के दस्तावेज फर्जी थे. इन्ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वे नौकरी कर रहे थे. इन सभी पर कार्रवाई करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने इन्हें बर्खास्त कर दिया. इनमें से 12 शिक्षकों के मामले कोर्ट में विचाराधीन है, जबकि अतीत में ऐसे फर्जी शिक्षक पकड़ में आए हैं, जो करोड़ों रुपये का वेतन ले चुके थे.

जिला बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद 30 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ 7 करोड़ 16 लाख 86 हजार 608 रुपये की रिकवरी की कार्रवाई की है. इस रिकवरी का जिम्मा राजस्व विभाग को सौंपा गया है. यह फर्जी शिक्षक शाहजहांपुर, पीलीभीत, एटा, बलिया, बदायूं और आगरा के रहने वाले हैं.

मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि 4 साल पहले दस्तावेज की चेकिंग के दौरान 42 ऐसे शिक्षक पाए गए थे, जिनके दस्तावेज फर्जी थे. ऐसे 42 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. इनमें से 12 शिक्षकों का मामला न्यायालय में विचाराधीन है.

इसे भी पढ़ें- शाहजहांपुर: कैबिनेट मंत्री के कार्यक्रम में बाल मजदूरी, सवाल पूछने पर भड़के नगर आयुक्त

Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST
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