शाहजहांपुर: कोरोना काल में बंद चल रहे विद्यालयों द्वारा अभिभावकों से जबरन फीस वसूली को लेकर अभिभावक संघ के बैनर तले प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह को दिया गया. जिसमें नो स्कूल, नो फीस का नियम लागू करने की बात कही गई है.
प्राइवेट स्कूल बना रहे अभिभावकों पर दबाव
जिले में इंग्लिश मीडियम स्कूल लगातार अभिभावकों पर अप्रैल से अगस्त तक की फीस की मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर मंगलवार को अभिभावक संघ शाहजहांपुर महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष सारिका अग्रवाल के साथ अभिभावकों ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ विरोध जताया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी के कारण हर व्यक्ति का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन होने से लोगों के काम-धंधे ठप पड़ गए. ऐसे में प्राइवेट स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर फीस जमा किए जाने का दबाव बनाया जा रहा है. फीस जमा न करने पर बच्चे का नाम काट देने की धमकी तक दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि जब विद्यालय ही नहीं खुल रहे हैं, तो फीस किस बात की मांगी जा रही है. इस दौरान डीएम को ज्ञापन दिया गया, जिसमें नो स्कूल, नो फीस का नियम लागू होने की बात कही गई है. कहा गया कि प्रदेश सरकार की निगरानी में अभिभावक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाए, जिसपर शिकायत आने पर तत्काल कार्रवाई की जाए. कोरोना के कारण बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए इस साल शिक्षा सत्र को शून्य घोषित किया जाए और छोटे बच्चों की ऑनलाइन शिक्षा के नाम पर लूट बन्द की जाए.