शाहजहांपुरः जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. रविवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज में एक मरीज ने दूसरे मरीज की जमीन पर पटक-पटक कर हत्या कर दी. इसके बाद मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया. हत्या का कारण सिर्फ इतना था कि दोनों मरीजों में बिस्तर पर लेटने को लेकर विवाद हो गया था. हत्या के बाद मेडिकल कॉलेज में अफरा-तफरी मच गई. फिलहाल पुलिस ने आरोपी मरीज को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस पूरे मामले में जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं.
ये है पूरा मामला
घटना चौक कोतवाली क्षेत्र के राजकीय मेडिकल कॉलेज की है. यहां थाना सिधौली क्षेत्र के ढकिया हमें नगर गांव के रहने वाले हंसराम (45) को दस्त (लूज मोशन) की शिकायत होने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. मरीज को होल्डिंग एरिया में बेड नंबर 21 पर भर्ती कराया गया था. वार्ड में ही चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला मेहमानशाह का रहने वाला रहमान भी भर्ती था. प्रत्यक्षदर्शी दूसरे मरीजों का कहना है कि बेड नंबर 27 पर भर्ती मरीज रहमान टॉयलेट करने के बाद जब वापस अपने बेड पर लौटा तो वह हंसराम के बिस्तर को अपना बताते हुए उसे हटने के लिए कहने लगा. उस वक्त हंसराम का तीमारदार बड़ा भाई ओमकार वार्ड के बाहर किसी से मोबाइल पर बात कर रहा था. इसी बीच रहमान ने हंसराम को पैरों से पकड़ कर उसे जमीन पर पटक-पटक कर मार डाला और हंसराम के बिस्तर पर जाकर लेट गया. जब तक मृतक हंसराम का भाई ओंकार वापस लौटा तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी. अपने भाई को मृत देख ओंकार ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने रहमान को हिरासत में ले लिया. मरीज की हत्या करने वाले रहमान परिजनों का कहना है कि वह मानसिक रूप से बीमार है और उसका लंबे समय से इलाज चल रहा है. दो दिन पहले ही उसे बुखार की शिकायत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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मेडिकल स्टाफ पर सवाल
जिस समय रहमान और हंसराज के बीच में बेड को लेकर बहस हो रही थी, इस बीच वार्ड में मेडिकल स्टाफ भी मौजूद था. अन्य मरीजों का कहना है कि स्टाफ कुर्सी पर आराम फरमाता रहा. किसी ने भी मरीज हंसराम को बचाने की कोशिश नहीं की. गौरतलब है कि होल्डिंग वार्ड में उन मरीजों को रखा जाता है जिनका किसी भी इलाज से पहले कोविड-19 जांच का सैंपल भेजा जाता है. कोविड-19 रिपोर्ट आने तक मरीज यहीं रहते हैं. सूचना के बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक एस आनंद और जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह पहुंचे. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पूरे घटना की जांच के आदेश दिए हैं.