वाराणसीः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान काशी हिन्दू विश्विद्यालय की टीम टेक्निकल इनोवेशन में पहला स्थान प्राप्त किया है. Shell Eco-Marathon 2025 में शानदार प्रदर्शन कर कार्बन फुटप्रिंट रिडक्शन अवार्ड और टेक्निकल इनोवेशन अवार्ड जीतकर पहला स्थान हासिल किया. 15 देशों की 60 से अधिक टीमों को पीछे छोड़ते हुए IIT BHU की टीम AVERERA एशिया-प्रशांत और मध्य पूर्व क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ टीम बन गई.
बता दें कि Shell Eco-Marathon एक वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रतियोगिता है. जिसमें छात्रों को अत्यधिक ऊर्जा-कुशल वाहन डिजाइन और निर्माण की चुनौती दी जाती है. IIT (BHU) वाराणसी के स्नातक छात्रों द्वारा संचालित टीम AVERERA, 2013 से इस प्रतियोगिता में भाग ले रही है और स्थायी वाहन नवाचार में विश्व की अग्रणी टीमों में से एक बन चुकी है. लुसैल इंटरनेशनल सर्किट, दोहा, कतर 8-12 फरवरी में यह प्रतियोगिता आयोजित हुई थी.
IIT BHU के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा ने बताया कि टीम AVERERA वैश्विक मंच पर लगातार भारत का नाम रोशन कर रही है. उनकी नवाचार और उत्कृष्टता की यह यात्रा अत्यंत प्रशंसनीय है. उन्होंने बताया कि टीम के वाहन में कार्बन फाइबर मोनोकोक (25 किग्रा) का उपयोग किया गया है, जिससे इसकी एरोडायनैमिक्स और भार दक्षता में सुधार हुआ है, साथ ही यह चालक की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है.
यह हाई-परफॉर्मेंस BLDC मोटर्स और 93.33% दक्षता वाले इन-हाउस मोटर कंट्रोलर के साथ संचालित होता है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक डिफरेंशियल भी शामिल है. वाहन की ट्रांसमिशन दक्षता 85%, रोलिंग रेसिस्टेंस गुणांक 2 किग्रा/टन, और ड्रैग गुणांक 0.106 (40 किमी/घंटा) है, जिससे यह अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ ऊर्जा-कुशल वाहनों में से एक बन गया है.कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले ऑन-ट्रैक इवेंट में, टीम AVERERA ने पहले प्रयास में ही तकनीकी और सुरक्षा निरीक्षण सफलतापूर्वक पास कर लिया, जो उनकी उत्कृष्ट इंजीनियरिंग क्षमता को दर्शाता है. टीम ने 83 किमी/किलोवाट घंटा की अविश्वसनीय दक्षता प्राप्त की, जिससे उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा और अधिक मजबूत हुई.
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