चंदौली: कोतवाली क्षेत्र के हिनौता गांव के पास रेलवे ट्रैक पर मंगलवार रात चार शव मिलने की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. इसके बाद मौके पर पुलिस और रेलवे के आलाधिकारी पहुंच गए. मौके से एक महिला और उसके तीन बच्चों के शव बरामद हुए. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. इस घटना की जानकारी उसी मालगाड़ी के ड्राइवर ने चंदौली रेलवे स्टेशन को दी थी जिसकी ट्रेन की चपेट में यह लोग आए थे. चंदौली स्टेशन के कर्मचारियों के माध्यम से यह सूचना पुलिस तक पहुंची.
इस दौरान पुलिस और रेलवे की टीम ने श्रमिकों के साथ दुर्घटना की आशंका के मद्देनजर घटना स्थल के आसपास करीब 2 किलोमीटर तक जानकारी करने का प्रयास किया. इन दौरान कोई बैग, पानी का बोतल और अन्य सामग्री बरामद नहीं हुई. बस एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जो घटना के खुलासे में मील का पत्थर साबित हुआ. इस घटना के पीछे की जो कहानी सामने आई वह काफी हैरान कर देने वाली थी. यह सभी लोग चंदौली जिले के सैयदराजा थाना क्षेत्र के सोदाव गांव के रहने वाले थे. मृतकों की पहचान रामउग्रह मौर्य की पत्नी प्रेमशिला (38), उसका बेटा अजित (23) और बेटियां चंचल (19) और रंजना (14) के रूप में हुई.
प्रेमशिला के पति को उसके चरित्र पर शक था और विवाद चल रहा था. मंगलवार की दोपहर को इसी बात को लेकर गांव में एक पंचायत भी हुई थी. इसमें प्रेमशिला के पति ने उस पर किसी अन्य व्यक्ति से संबंध होने का आरोप लगाया था. इसके बाद रात में महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली.