सोनभद्र: बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग उत्तर प्रदेश की निदेशक डॉ. सारिका मोहन ने आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से मिलने वाली सेवाओं के लिए लाभार्थियों का डिजिटलीकरण करने का निर्देश दिया है. दरअसल, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की तरफ से गर्भवती महिलाएं, धात्री माताएं, 6 माह से 3 वर्ष के बच्चे, 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चे और किशोरी बालिकाएं, जो स्कूल नहीं जाती, ऐसे लोगों को पोषाहार सहित अन्य सुविधाएं समय-समय पर शासन की तरफ से दी जाती हैं. कई बार इसमें तो कालाबाजारी का भी मामला सामने आता है. इसको देखते हुए सभी लाभार्थियों का डाटा इकट्ठा करके ऑनलाइन पंजीकरण कराया जाएगा, जिससे भविष्य में पोषाहार वितरण में पारदर्शिता आएगी और कालाबाजारी भी नहीं होगी.
शासन और निदेशालय से गाइडलाइन जारी हुई है. अब ऑनलाइन फीडिंग के आधार पर ही पोषाहार आएगा. इसमें जिसका नाम ऑनलाइन फीड होगा, उसी को पोषाहार मिलेगा. पारदर्शिता लाने के लिए खाद एवं रसद विभाग में डिजिटलीकरण करके ई-पॉश मशीन से पोषाहार वितरण हो रहा है.