संतकबीर नगरः सार्वजनिक वितरण प्रणाली को लेकर सरकार भले ही सख्त हो, लेकिन जिले के मखदूमपुर गांव के कोटेदार अपनी मनमानी करने में लगे हैं. कोटेदार पर करीब 4 महीने पहले घटतौली और अनाज घोटाले को लेकर जिम्मेदारों से शिकायत की गई थी, लेकिन शिकायत के बाद भी जिम्मेदारों ने जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की. अब जिम्मेदार कोटेदार पक्ष में रिपोर्ट लगाने की तैयारी में हैं. बुधवार को कोटेदार की घटतौली और राशन न बांटने से परेशान ग्रामीणों ने डीएम से न्याय की गुहार लगाई.
कोटेदार कर रहा अपनी मनमानी
मामला संतकबीर नगर जिले के खलीलाबाद तहसील में आने वाले मखदूमपुर गांव का है. जो कहने के लिए तो डिजिटल है, लेकिन इस डिजिटल गांव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का खुलेआम मजाक बनाया जा रहा है. ग्रामीणों की माने तो करीब 4 महीने पहले कोटेदार के खिलाफ घटतौली और अनाज घोटाले को लेकर जिम्मेदारों से इसकी शिकायत की गई थी.
कोटा निलंबित करने के आदेश थे
शिकायत के बाद जिले के नोडल अधिकारी ने कोटेदार का कोटा निलंबित करते हुए जांच के आदेश दिए थे, लेकिन जिला पूर्ति के जिम्मेदारों ने जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर कोटेदार के पक्ष में रिपोर्ट लगाने की फिराक में हैं. बुधवार को मखदूमपुर के ग्रामीणों ने डीएम रवीश गुप्ता को शपथ पत्र देकर खुली बैठक कराने की मांग की, जिसपर डीएम रवीश गुप्ता ने जिला पूर्ति विभाग को दिशा निर्देश देते हुए नियमानुसार कार्यवाही करने का आदेश दिया. साथ ही ग्रामीणों को आश्वासन और भरोसा दिलाया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
इसे भी पढ़ें- डीएम ने गांव का किया निरीक्षण, सफाईकर्मी समेत कोटेदार के निलंबन का दिया आदेश