संतकबीर नगरः जिले के महोली कस्बे में मस्जिद के निर्माण में बाधा पड़ रही दुर्गा प्रसाद की दीवार को खुद उन्होंने ही तोड़ दिया. दुर्गा प्रसाद ने अपने मकान के पीछे बनी दीवार को तोड़कर हिंदू-मुस्लिम एकता की वह मिसाल पेश की है, जिसके लिए आज हर समाज के लोग उनकी तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं.
दरअसल दुर्गा प्रसाद के घर के पीछे एक मस्जिद पहले से स्थित है और उस मस्जिद की दूसरी मंजिल का छत ढालना था. छत ढालने के लिए लगभग सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई थीं, लेकिन छत की ढलाई के लिए मशीन उस मस्जिद तक नहीं पहुंच पा रही थी, क्योंकि सकरी गली और दुर्गा प्रसाद के मकान की दीवार थी.
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मस्जिद की छत का निर्माण पूरा
जब दुर्गा प्रसाद ने देखा कि मस्जिद तक मशीन के पहुंचे बगैर मस्जिद की छत नहीं लग सकती तो दुर्गा प्रसाद ने अपने मकान की बाउंड्री गिराकर रास्ता चौड़ा कर दिया. जिसके बाद मशीन मस्जिद तक पहुंची और मस्जिद की छत का निर्माण पूरा कराया गया. इसके साथ ही छत बनने के बाद मस्जिद के जिम्मेदार लोगों ने दुर्गा प्रसाद की टूटी दीवार पहले की तरह जोड़कर शुक्रिया भी अदा किया, जिसके बाद पूरे इलाके में आपसी भाईचारे को लेकर चर्चा होने लगी.
धर्म के नाम पर जहर घोलने वालों पर तमाचा
वहीं कौमी एकता और उदारवादी सोच रखने वाले दुर्गा प्रसाद की आज हर समाज में लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. जिस तरह से दुर्गा प्रसाद ने समाज के लिए एकता की मिसाल पेश की है, यह धर्म के नाम पर जहर घोलने वालों की सोच पर एक जोरदार तमाचा है. ऐसे में समाज के लोग यही कहते नहीं थक रहे हैं कि इस तरह से हर समाज में एक दूसरे की मदद कर आपसी भाईचारा बनाए रखें, जिससे पूरे देश में एक अच्छा संदेश जाए.