संभलः जिले में एक गांव के लोग कब्रिस्तान पर अवैध कब्जा होने पर विरोध जताया. ग्रामीणों ने नई तहसील कार्यालय पर पहुंचकर लेखपाल के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसके बाद एसडीएम से मिलकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने और कब्रिस्तान को कब्जामुक्त कराने की मांग उठाई.
एसडीएम को सौंपा शिकायती पत्र
जिले के गांव तख्तगुसाइन के लोग सोमवार को नई तहसील कार्यालय पर पहुंचकर लेखपाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद एसडीएम दीपेंद्र यादव को शिकायती पत्र सौंपा. ग्रामीणों ने कहा कि कब्रिस्तान आबादी के बीचोबीच आने के कारण कुछ लोगों की नीयत खराब हो गई है. लोगों ने कब्रों पर कूड़ा डालकर अपमानित किया है.इसके अलावा कूड़ा छिपाने के लिए मिट्टी डाल दी गई.जिससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है.
एसडीएम ने तहसीलदार को सौंपी जांच
ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में एसडीएम व अन्य अधिकारियों को शिकायती पत्र भी दिया था. आरोप लगाया कि हल्का लेखपाल और नायब तहसीलदार द्वारा मौके पर पैमाइश नहीं की. जबकि बाद में भूमाफियाओं से मिलीभगत करके फर्जी आख्या प्रेषित कर दी गई. लोगों ने कब्रिस्तान को कब्जामुक्त कराने और दोषी कर्मचारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. एसडीएम ने मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी. इस दौरान फुरकान, मोहम्मद तुफैल, हाफिज उसमान, मोहम्मद हसन आदि रहे.
कब्रिस्तान पर अवैध कब्जे को लेकर भड़के लोग
यूपी के संभल जिले में कब्रिस्तान पर अवैध कब्जा होने पर ग्रामीणों ने तहसील में प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई कराने और कब्रिस्तान को कब्जामुक्त कराने की मांग की.
संभलः जिले में एक गांव के लोग कब्रिस्तान पर अवैध कब्जा होने पर विरोध जताया. ग्रामीणों ने नई तहसील कार्यालय पर पहुंचकर लेखपाल के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसके बाद एसडीएम से मिलकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने और कब्रिस्तान को कब्जामुक्त कराने की मांग उठाई.
एसडीएम को सौंपा शिकायती पत्र
जिले के गांव तख्तगुसाइन के लोग सोमवार को नई तहसील कार्यालय पर पहुंचकर लेखपाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद एसडीएम दीपेंद्र यादव को शिकायती पत्र सौंपा. ग्रामीणों ने कहा कि कब्रिस्तान आबादी के बीचोबीच आने के कारण कुछ लोगों की नीयत खराब हो गई है. लोगों ने कब्रों पर कूड़ा डालकर अपमानित किया है.इसके अलावा कूड़ा छिपाने के लिए मिट्टी डाल दी गई.जिससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है.
एसडीएम ने तहसीलदार को सौंपी जांच
ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में एसडीएम व अन्य अधिकारियों को शिकायती पत्र भी दिया था. आरोप लगाया कि हल्का लेखपाल और नायब तहसीलदार द्वारा मौके पर पैमाइश नहीं की. जबकि बाद में भूमाफियाओं से मिलीभगत करके फर्जी आख्या प्रेषित कर दी गई. लोगों ने कब्रिस्तान को कब्जामुक्त कराने और दोषी कर्मचारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. एसडीएम ने मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी. इस दौरान फुरकान, मोहम्मद तुफैल, हाफिज उसमान, मोहम्मद हसन आदि रहे.