संभल: जिला अस्पताल मूलभूत बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है. मूलभूत सुविधाएं नहीं होने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है. मरीज यहां वहां इलाज के लिए भटक रहा है. इस मुद्दे पर संभल सदर के लोगों ने ईटीवी भारत से बातचीत की. देखिए ये रिपोर्ट...
संभल: जिला अस्पताल में मरीजों के लिए नहीं हैं मूलभूत सुविधाएं - जिला अस्पताल में सुविधाएं
यूपी के संभल जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है. जिला अस्पताल में मरीजों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही हैं. मरीज इलाज के लिए यहां वहां भटक रहा है.
संभल के जिला अस्पताल में मरीजों के लिए नहीं है बुनियादी मूलभूत सुविधाएं
संभल: जिला अस्पताल मूलभूत बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है. मूलभूत सुविधाएं नहीं होने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है. मरीज यहां वहां इलाज के लिए भटक रहा है. इस मुद्दे पर संभल सदर के लोगों ने ईटीवी भारत से बातचीत की. देखिए ये रिपोर्ट...
संभल के रहने वाले शारिक का कहना है कि संभल की आबादी के हिसाब से संबंध जिला अस्पताल में लगभग 22 डॉक्टरों की तैनाती होना चाहिए लेकिन केवल 7 डॉक्टर से यहां तैनात हैं और यहां विशेषज्ञ डॉक्टर भी नहीं बैठते हैं आईसीयू की भी कोई सुविधा नहीं है. पहले सीरियस बच्चों को रखने की लाइफ सपोर्टिंग मशीन यहां हुआ करती थी, लेकिन अब बच्चों को रखने वाली मशीन भी यहां से चली गई है.
संभल जिला अस्पताल में मरीजों के लिए कोई सुविधा नहीं है.
संभल के ही रहने वाले नाजिश का कहना है कि एक समय में उत्तर प्रदेश में 87 ब्लड बैंक के केंद्र बनाए गए थे. उनमें संभल का नाम भी था. संभल में उनके लिए उपकरण तो आ गए, लेकिन यहां ब्लड बैंक में तैनाती ना होने के कारण ब्लड बैंक सुचारू नहीं हो पाया. ब्लड बैंक ना होने की वजह से जिन मरीजों को खून की जरूरत होती है वह अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं.संभल के ही रहने वाले स्थानीय का कहना है कि संभल जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है. उन्होंने बताया कि यहां जिला अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन भी अप्रोच वाले लोगों को ही मिल पाता है.
संभल के रहने वाले शारिक का कहना है कि संभल की आबादी के हिसाब से संबंध जिला अस्पताल में लगभग 22 डॉक्टरों की तैनाती होना चाहिए लेकिन केवल 7 डॉक्टर से यहां तैनात हैं और यहां विशेषज्ञ डॉक्टर भी नहीं बैठते हैं आईसीयू की भी कोई सुविधा नहीं है. पहले सीरियस बच्चों को रखने की लाइफ सपोर्टिंग मशीन यहां हुआ करती थी, लेकिन अब बच्चों को रखने वाली मशीन भी यहां से चली गई है.
संभल जिला अस्पताल में मरीजों के लिए कोई सुविधा नहीं है.
संभल के ही रहने वाले नाजिश का कहना है कि एक समय में उत्तर प्रदेश में 87 ब्लड बैंक के केंद्र बनाए गए थे. उनमें संभल का नाम भी था. संभल में उनके लिए उपकरण तो आ गए, लेकिन यहां ब्लड बैंक में तैनाती ना होने के कारण ब्लड बैंक सुचारू नहीं हो पाया. ब्लड बैंक ना होने की वजह से जिन मरीजों को खून की जरूरत होती है वह अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं.संभल के ही रहने वाले स्थानीय का कहना है कि संभल जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है. उन्होंने बताया कि यहां जिला अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन भी अप्रोच वाले लोगों को ही मिल पाता है.