सहारनपुर : कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. संक्रमित मरीजों के मरने का सिलसिला जारी है. लोगों में दहशत का माहौल बरकरार है. अब तो हालात ऐसे बन गए हैं कि लोग कोरोना की चपेट में आने से अपनों के खोने का गम नहीं झेल पा रहे हैं. ताजा मामला सहारनपुर जिले के थाना सदर बाजार इलाके का है, जहां दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. यहां कोरोना संक्रमित व्यापारी की इलाज के दौरान मौत होने की खबर सुनते ही पत्नी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. माता-पिता की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. घटना के बाद से आसपास के लोग भी सदमे में हैं.
परिवार में व्यापारी की सिर्फ तीन बेटियां बची हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है. जबकि व्यापारी के बेटे की दो वर्ष पहले ही एक दुर्घटना में मौत हो चुकी है.
इलाज के दौरान कोरोना संक्रमित व्यापारी की मौत
बता दें कि डिंपल गुर्जर मूल रूप से थाना रामपुर मनिहारान इलाके के गांव जंधेड़ा के रहने वाले थे. कोर्ट रोड पर डीआईजी ऑफिस के पास डिंपल की टाइपिंग एवं फोटो-स्टेट की दुकान थी. डिंपल अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कई वर्षों से कोतवाली सदर बाजार इलाके की पंजाबी कॉलोनी में रह रहे थे. डिंपल के भाई संजय वर्मा ने बताया कि तीन दिन पहले डिंपल को कोरोना संक्रमित होने पर पिलखनी के सहारनपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान मंगलवार देर रात उपचार के दौरान डिंपल की मौत हो गई.
पति की मौत के सदमे में पत्नी ने खाया जहर
कोरोना संक्रमित पति की मौत की खबर जैसे ही पत्नी सुनीता को पता चली तो वह इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाईं. पति की मौत हो जाने की खबर से बौखलाई पत्नी ने घर में रखा जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया. जहर खाने से सुनीता की तबियत बिगड़ी तो परिवार में कोहराम मच गया. आनन-फानन में परिजनों ने सुनीता को दिल्ली रोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान सुनीता की भी मौत हो गई, जिससे परिजनों पर दु:खों की दोहरी मार पड़ गई. घर में तीन मासूम बेटियां देखते ही देखते अनाथ हो गईं. पति-पत्नी की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम पसर गया.
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मासूम बेटियां हो गई अनाथ
मृतक के भाई संजय वर्मा के मुताबिक, डिंपल और सुनीता की सबसे छोटी बेटी करीब डेढ़ साल की है. युवा दंपति की मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. माता-पिता की मौत के बाद तीनों बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है. सबसे छोटी बेटी को तो इतनी भी समझ नहीं है कि उसके सिर से मां-बांप का साया उठ गया है. डिंपल का अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइन के अनुसार किया गया जबकि पत्नी का अंतिम संस्कार गांव में परिजनों ने किया है. इस घटना के बाद पूरा गांव और आसपास के इलाके में शोक की लहर है. हर कोई मासूम बेटियों के भविष्य को लेकर चिंतित है.