गोरखपुर : आईटीएम इंजीनियरिंग कॉलेज की बीसीए द्वितीय वर्ष की चार छात्राओं आरुषि श्रीवास्तव, अंकिता राय, ऋतिका तिवारी और यशिका सिंह ने विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए स्मार्ट पुलिस इलेक्ट्रिक स्कूटर तैयार किया है. इस अनोखे प्रोजेक्ट को कॉलेज के इनोवेशन सेल की मदद से विकसित किया गया है. यह खास स्कूटर रबर की गोलियां और लाल मिर्ची पाउडर फायर करता है.
छात्रा अंकिता राय के अनुसार यह स्कूटर बहुत कम लागत में तैयार किया गया है. यह पुलिस की सुरक्षा और पेट्रोलिंग के लिए उपयोगी साबित हो सकता है. पुलिस को अक्सर सुनसान इलाकों से गुजरना पड़ता है, जहां वे अपराधियों के हमले का शिकार हो सकते हैं. ऐसे में यह स्कूटर उनकी सुरक्षा और आपातकालीन परिस्थितियों में मददगार होगा. आरुषि श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूटर सिर्फ 5 घंटे की चार्जिंग में 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लगभग 55 किमी तक चल सकता है. इसके अलावा स्कूटर को चार पुलिस चौकियों और थानों से जोड़ा जा सकता है. स्कूटर में इलेक्ट्रॉनिक गन लगी है, जो रबर की गोलियां और लाल-हरी मिर्ची के कैप्सूल फायर करने में सक्षम है. यह दंगों और उपद्रवियों को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
छात्रा ऋतिका तिवारी ने बताया कि स्कूटर में हाई-टेक कैमरे भी लगे हैं, जो सड़कों पर निगरानी और असामाजिक तत्वों की पहचान में सहायक होंगे. इसके अलावा मेडिकल बॉक्स भी उपलब्ध है. जिससे किसी सड़क दुर्घटना के समय प्राथमिक उपचार में मदद मिलेगी. छात्रा यशिका सिंह के अनुसार स्कूटर को तैयार करने में लगभग 90 हजार रुपये का खर्च आया है. इसके निर्माण में 250W व्हील ड्राइव मोटर, 10-इंच व्हील्स, जीपीएस ट्रैकर, इलेक्ट्रॉनिक गन बैरल (20MM), रिमोट ट्रिगर और लाइव कैमरा जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है.
आईटीएम के निदेशक एन.के. सिंह ने बताया कि संस्थान का इनोवेशन सेल लगातार नए-नए शोध कार्य करता रहता है. इस बार छात्राओं ने नवाचार और अनुसंधान में विशेष योगदान दिया है. छात्राओं ने देश-प्रदेश की पुलिस की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खास स्मार्ट पुलिस इलेक्ट्रिक स्कूटर तैयार किया है जो वास्तव में पुलिस के लिए बड़ा मददगार साबित होगा. इस प्रोजेक्ट को स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से पुलिस मुख्यालय तक पहुंचाने की कोशिश होगी. जिससे भविष्य में इस पर काम हो और लाभ मिले. इस नवाचार पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल सहित सभी शिक्षकों और छात्राओं को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि शोध कार्य से छात्रों का मनोबल बढ़ता है. शोध के लिए विद्यार्थियों को धन की कमी नहीं होने दी जाएगी.