सहारनपुरः जिले में रविवार को भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत हुई. इसमें हजारों किसानों ने भाग लिया. महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन में बड़ी संख्या में नौजवान शामिल हैं. यह नौजवान ही सरकार की कील निकालेंगे. साथ ही कहा कि जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा और नया कृषि कानून वापस नहीं होगा तब तक आंदोलन चलेगा. साथ ही कहा कि अब हल क्रांति आएगी.
देनी होगी एमएसपी की गारंटी
महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने हमारे लिए जो कीलें लगवाई थीं, उसका इलाज हम अच्छी तरह जानते हैं. सरकार को हर हाल में एमएसपी की गारंटी देनी होगी. उससे कम पर हम राजी नहीं होंगे. उत्तर प्रदेश के मुकाबले पंजाब-हरियाणा में दोगुने कीमत में फसल बिकती है. हमारे आंदोलन को लेकर दिल्ली में बैठे आकाओं ने कहा कि अभी टाइम नहीं है तो हमने कहा कि हमारे पास भी टाइम नहीं है. हमें भी पूरे देश में जाना है. दूसरी तरफ सरकार यह सोच रही है कि अभी गेहूं की कटाई का समय है और किसान आंदोलन छोड़कर कटाई में लग जाएगा तो मैं सभी भाइयों को यही कहूंगा कि जो लोग आंदोलन में शामिल होने के लिए जा रहे हैं उनका पड़ोसी उनकी जगह खेत में मदद करे. राकेश टिकैत ने कहा कि देश में लुटेरा घुस आया है. 26 जनवरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे किसानों को बरगलाया गया और हमें लाल किले के चक्रव्यूह में फंसाया गया.
विपक्ष को होना चाहिए मजबूत
साथ ही कमजोर विपक्ष पर राकेश टिकैत ने कहा कि विपक्ष को मजबूत होना चाहिए. कमजोर विपक्ष होना हानिकारक है. सरकार ने जिस तरह पहले से गोदाम बना दिए हैं और सब चीजें प्राइवेट हाथों में जा रही है तो एक दिन ऐसा आएगा कि इंसान तो क्या कुत्ते भी भूखे मरेंगे.
राजनीतिक दलों को चेताया
टिकैत ने राजनीतिक दलों को सचेत करते हुए कहा कि कोई भी इस आंदोलन में वोट तलाशने मत आना. साथ ही सामाजिक एकता की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि सभी एक हैं. कोई भेदभाव ना हो, हम सभी एक हैं. हमारा धर्म एक है. मंदिर से पहले वाल्मीकि समाज की पूजा करो. झाड़ू की पूजा हमारे यहां की जाती है. साथ ही कहा कि कभी कहा जाता है कि इस आंदोलन में सिर्फ जाट हैं, कभी सरदार हैं, इससे आंदोलन को बरगलाने की कोशिश की जाती है.
अब आएगी हल क्रांति
सरकार के पास राजनीति में एक ऐसा पट्टा है जिसका नाम है राज्यसभा. यह राज्यसभा का पट्टा है. इसे दिखाकर किसी की भी आंखें बंद कर देते हैं. हम किसान हैं और अब देश में हल क्रांति आएगी. जो हमारे कृषि औजार हैं इन्हीं से लड़ाई लड़ेंगे और क्रांति लाएंगे. साथ ही बंगाल चुनाव कहा कि अब हम बंगाल भी जाएंगे, वहां पर भी किसान बहुत परेशान हैं. हम उनके साथ खड़े होंगे और आंदोलन को तेज करेंगे. पंचायत के बाद राकेश टिकैत रवाना हो गए.