सहारनपुर: जिले के स्वास्थ्य विभाग में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई. जब तीन दिन से होम क्वारंटाइन चल रही सहायक नर्स की संदिग्ध परिस्तिथियों में मौत हो गई. नर्स की मौत के बाद जहां परिजनों में कोहराम मचा हुआ है, वहीं स्टाफ नर्स में आक्रोश बना हुआ है. नर्सों का आरोप है कि बिना किसी प्रशिक्षण के उनकी ड्यूटी क्वारंटाइन कक्षों में लगाई जा रही है. इसके चलते उनमें कोरोना वायरस के लक्षण होने का खतरा बना रहता है. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने सभी सहायक नर्सों के नमूने लेकर जांच के लिए भेज कर इन्हें होम क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिये हैं.
मृतक सहायक नर्स की ड्यूटी सरस्वती विहार स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन कक्ष में लगाई गई थी. यहां नर्स पिछले एक महीने से लगातार अपनी सेवा दे रही थी. हालांकि सहायक नर्सों को कोविड-19 के लिए कोई स्पेशल ट्रेनिंग और सुरक्षा किट नहीं दिए गए. इसके चलते नर्स में कोरोना वायरस के लक्षण देखते हुए सभी नर्सों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए.
इनकी रिपोर्ट शनिवार को आने वाली है. शनिवार की दोपहर मोनिका की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसको सांस लेने में परेशानी होने लगी. सूचना मिलते ही उसकी साथी नर्स उसको अस्पताल के लिए लेकर चल दी, लेकिन बीच रास्ते में ही नर्स ने दम तोड़ दिया. सहायक नर्स का कहना है कि वे सब एक महीने से बिना ट्रेनिंग के क्वारंटाइन कक्षों में सेवा दे रहीं थी.
इसे भी पढ़ें- सहारनपुर: पुलिस और सामाजिक संस्था गाने के माध्यम से लोगों को कर रही जागरूक
सहायक नर्सों का आरोप है कि नियमानुसार उनकी ड्यूटी फील्ड में महिलाओं को जागरूक करने की रहती है, लेकिन संबंधित अधिकारी जबरन क्वारंटाइन कक्षों में ड्यूटी लगा रहे थे. वहीं नर्स स्टाफ के इंचार्ज इन आरोपों को निराधार बताकर पाल्ला झाड़ते नजर आए. फिलहाल नर्स के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मौत के सही कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही लग पायेगा.