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पूर्व विधायक इमरान मसूद का मुस्लिम मतदाताओं पर नहीं चला जादू, भाभी खदीजा मसूद को नहीं जिता पाए

सहारनपुर निकाय चुनाव में पूर्व विधायक इमरान मसूद ने अपनी भाभी खदीजा मसूद को जिताने के लिए पूरा जोर लगा दिया था. परिणाम से पहले उनकी जीत तय मानी जा रही थी, लेकिन परिणाम आने के बाद पूरी तस्वीर बदल गई.

इमरान मसूद का मुस्लिम मतदाताओं पर नहीं चला जादू.
इमरान मसूद का मुस्लिम मतदाताओं पर नहीं चला जादू.
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Published : May 14, 2023, 1:36 PM IST

Updated : May 14, 2023, 2:03 PM IST

सहारनपुर : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मुस्लिम कद्दावर नेता इमरान मसूद का जादू मुस्लिम मतदाताओं पर नहीं चल पाया. उनकी भाभी बसपा प्रत्याशी खदीजा मसूद भाजपा प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार से महापौर का चुनाव हार गईं. इमरान मसूद मतगणना में धांधली का आरोप लगाकर अपनी साख बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि जिला प्रशासन निष्पक्ष एवं पारदर्शिता से मतगणना होने की बात कह रहा है. भाजपा प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार ने बसपा की खदीजा मसूद को 8031 वोटों से शिकस्त दी. राजनीतिक घराने एवं मरहूम पूर्व केंद्रीय मंत्री काजी रशीद मसूद की पुत्रवधू होने के बावजूद खदीजा मसूद की राह आसान नहीं हो पाई. हालांकि इमरान मसूद के जुड़वा भाई नौमान मसूद की पत्नी साजिया ने नगर पालिका गंगोह में बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर उनकी साख बचाने की पूरी कोशिश की है.

जाने कौन हैं इमरान मसूद : बता दें कि सहारनपुर में इमरान मसूद मुस्लिम कद्दावर नेता के रूप में जाने जाते हैं. मुस्लिम समाज में अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं. यही वजह है कि वे जिस दल में जाकर चुनाव लड़ते हैं उसको दूसरे नंबर की पार्टी बना देते हैं. बीजेपी को छोड़कर ऐसा कोई दल नहीं है जहां से इमरान मसूद ने सदस्यता न ली हो. समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बसपा, लोकदल समेत सभी दलों में वह अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. लोकसभा और विधानसभा चुनावों में चार बार मुंह की खाने के बाद भी उनके पीछे मुस्लिम मतदाताओं की भीड़ देखी जा सकती है. 2007 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी होने के बावजूद वह तत्कालीन मौजूदा मंत्री जगदीश राणा को हराकर विधायक बन गए थे. इमरान मसूद मनमाफिक टिकट न मिलने पर हर चुनाव में पार्टी बदलने का खिताब भी अपने नाम कर चुके हैं.

दलित-मुस्लिम गठजोड़ से भी नहीं जिता पाए चुनाव : इमरान मसूद अब खुद चुनाव लड़ने की बजाय अपने परिजनों को चुनाव लड़ाते हैं. नगर पालिका गंगोह में जुड़वा भाई नौमान मसूद की पत्नी साजिया मसूद को बसपा से प्रत्याशी बनाया गया, जबकि सहारनपुर नगर निगम में महापौर के लिए इमरान मसूद की चचेरी भाभी एवं समधन खदीजा मसूद को मैदान में उतारा गया. खदीजा मसूद पहली बार सक्रिय रूप से महापौर का चुनाव लड़ीं. सपा से विधायक आशु मलिक के छोटे भाई नूर हसन मलिक को मैदान में उतारा गया. प्रचार के लिए खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी सहारनपुर में पहुंचे थे. इमरान मसूद के साथ जुड़ा मुस्लिम समाज और बसपा का पारंपरिक दलित वोट भी खदीजा मसूद को जीत नहीं दिला पाया. भाजपा के डॉ. अजय कुमार ने खदीजा मसूद को 8031 वोटों से हराकर नगर निगम के दूसरे महापौर बने.

फेल हो गए समीकरण : नामांकन के बाद जैसे ही चुनाव प्रचार शुरू हुआ तो इमरान मसूद की वजह से खदीजा मसूद का पलड़ा भारी होता चला गया. महानगर में उन्हीं के नाम की चर्चा होने लगी. मतदान शुरू हुआ तो बसपा प्रत्याशी के पक्ष में खूब वोट पड़े. भाजपा प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार के पक्ष में भी बंपर वोटिंग हुई. मतदान सम्पन्न हुआ तो स्थानीय राजनीतिक पंडित दलित-मुस्लिम गठजोड़ के भरोसे खदीजा मसूद को महापौर का प्रबल दावेदार घोषित कर चुके थे, लेकिन जब गिनती शुरू हुई तो सभी समीकरण धरे रह गए. पहले चक्र से भाजपा प्रत्याशी को बढ़त मिलती चली गई. परिणाम स्वरूप आखिरी चक्र में डॉ. अजय कुमार को 154812 वोट प्राप्त हुए, जबकि खदीजा मसूद को 146781 वोट मिले.

हालांकि नगर पालिका गंगोह में इमरान मसूद की दूसरी भाभी यानी जुड़वा भाई नौमान मसूद की पत्नी साजिया मसूद नगर पालिका अध्यक्ष बनने में कामयाब हो गईं. बसपा प्रत्याशी साजिया ने भाजपा की कविता सैनी को हरा दिया.

यह भी पढ़ें : सहारनपुर में निर्दलीय ने भाजपा प्रत्याशी को हराया, अब्दुर्रहमान बने चेयरमैन

सहारनपुर : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मुस्लिम कद्दावर नेता इमरान मसूद का जादू मुस्लिम मतदाताओं पर नहीं चल पाया. उनकी भाभी बसपा प्रत्याशी खदीजा मसूद भाजपा प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार से महापौर का चुनाव हार गईं. इमरान मसूद मतगणना में धांधली का आरोप लगाकर अपनी साख बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि जिला प्रशासन निष्पक्ष एवं पारदर्शिता से मतगणना होने की बात कह रहा है. भाजपा प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार ने बसपा की खदीजा मसूद को 8031 वोटों से शिकस्त दी. राजनीतिक घराने एवं मरहूम पूर्व केंद्रीय मंत्री काजी रशीद मसूद की पुत्रवधू होने के बावजूद खदीजा मसूद की राह आसान नहीं हो पाई. हालांकि इमरान मसूद के जुड़वा भाई नौमान मसूद की पत्नी साजिया ने नगर पालिका गंगोह में बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर उनकी साख बचाने की पूरी कोशिश की है.

जाने कौन हैं इमरान मसूद : बता दें कि सहारनपुर में इमरान मसूद मुस्लिम कद्दावर नेता के रूप में जाने जाते हैं. मुस्लिम समाज में अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं. यही वजह है कि वे जिस दल में जाकर चुनाव लड़ते हैं उसको दूसरे नंबर की पार्टी बना देते हैं. बीजेपी को छोड़कर ऐसा कोई दल नहीं है जहां से इमरान मसूद ने सदस्यता न ली हो. समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बसपा, लोकदल समेत सभी दलों में वह अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. लोकसभा और विधानसभा चुनावों में चार बार मुंह की खाने के बाद भी उनके पीछे मुस्लिम मतदाताओं की भीड़ देखी जा सकती है. 2007 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी होने के बावजूद वह तत्कालीन मौजूदा मंत्री जगदीश राणा को हराकर विधायक बन गए थे. इमरान मसूद मनमाफिक टिकट न मिलने पर हर चुनाव में पार्टी बदलने का खिताब भी अपने नाम कर चुके हैं.

दलित-मुस्लिम गठजोड़ से भी नहीं जिता पाए चुनाव : इमरान मसूद अब खुद चुनाव लड़ने की बजाय अपने परिजनों को चुनाव लड़ाते हैं. नगर पालिका गंगोह में जुड़वा भाई नौमान मसूद की पत्नी साजिया मसूद को बसपा से प्रत्याशी बनाया गया, जबकि सहारनपुर नगर निगम में महापौर के लिए इमरान मसूद की चचेरी भाभी एवं समधन खदीजा मसूद को मैदान में उतारा गया. खदीजा मसूद पहली बार सक्रिय रूप से महापौर का चुनाव लड़ीं. सपा से विधायक आशु मलिक के छोटे भाई नूर हसन मलिक को मैदान में उतारा गया. प्रचार के लिए खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी सहारनपुर में पहुंचे थे. इमरान मसूद के साथ जुड़ा मुस्लिम समाज और बसपा का पारंपरिक दलित वोट भी खदीजा मसूद को जीत नहीं दिला पाया. भाजपा के डॉ. अजय कुमार ने खदीजा मसूद को 8031 वोटों से हराकर नगर निगम के दूसरे महापौर बने.

फेल हो गए समीकरण : नामांकन के बाद जैसे ही चुनाव प्रचार शुरू हुआ तो इमरान मसूद की वजह से खदीजा मसूद का पलड़ा भारी होता चला गया. महानगर में उन्हीं के नाम की चर्चा होने लगी. मतदान शुरू हुआ तो बसपा प्रत्याशी के पक्ष में खूब वोट पड़े. भाजपा प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार के पक्ष में भी बंपर वोटिंग हुई. मतदान सम्पन्न हुआ तो स्थानीय राजनीतिक पंडित दलित-मुस्लिम गठजोड़ के भरोसे खदीजा मसूद को महापौर का प्रबल दावेदार घोषित कर चुके थे, लेकिन जब गिनती शुरू हुई तो सभी समीकरण धरे रह गए. पहले चक्र से भाजपा प्रत्याशी को बढ़त मिलती चली गई. परिणाम स्वरूप आखिरी चक्र में डॉ. अजय कुमार को 154812 वोट प्राप्त हुए, जबकि खदीजा मसूद को 146781 वोट मिले.

हालांकि नगर पालिका गंगोह में इमरान मसूद की दूसरी भाभी यानी जुड़वा भाई नौमान मसूद की पत्नी साजिया मसूद नगर पालिका अध्यक्ष बनने में कामयाब हो गईं. बसपा प्रत्याशी साजिया ने भाजपा की कविता सैनी को हरा दिया.

यह भी पढ़ें : सहारनपुर में निर्दलीय ने भाजपा प्रत्याशी को हराया, अब्दुर्रहमान बने चेयरमैन

Last Updated : May 14, 2023, 2:03 PM IST
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