सहारनपुर: जनपद में हाईवे बनाने वाली कंपनी और रेलवे लाइन बिछाने वाली कंपनियों की मनमानी से नाराज किसानों ने अंडर पास बनवाने के लिए प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है. वहीं इस मुद्दे को लेकर किसानों ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर चेतावनी दी है. भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने डीएम को ज्ञापन देकर बताया कि अंडरपास नहीं बनने से किसानों को परेशानी हो रही है. सैकड़ों गांव के किसानों को एक-दूसरे गांव जाने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ रहा है.
भारतीय किसान यूनियन मंडलाध्यक्ष अरुण राणा ने बताया कि रेलवे का दोहरीकरण किया जा रहा है, जिसके चलते रेलवे द्वारा अंडर पास बनाए जा रहे हैं. वहीं नेशनल हाईवे पर ग्राम लाखनोर में कनेक्टिविटी नहीं दी जा रही है, जिससे कई गांवों के किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मुजफ्फरनगर से सहारनपुर का गागलहेड़ी रोड के बीच में अंडर पास व्हीकल एवं कार अंडर पास भी बनाया जाना था, उसके लिए अल्टीमेटम दे दिया गया है. अगर ये अंडर पास नहीं बनाए गए तो भारतीय किसान यूनियन जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर बरामदे में धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगी. इसके लिए एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया गया.
उन्होंने बताया कि कंपनियों और अधिकारियों की अनदेखी के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं. जहां इस सड़क से 5 हजार से अधिक वाहन निकल रहे है, वहां प्राइवेट कंपनी पैसा बचाने के चक्कर मे बोलती है कि रोड से केवल 100-200 वाहन निकलते हैं. वहीं जिलाधिकारी और मंडलायुक्त स्वयं स्थलीय निरीक्षण कर मार्ग पर 5 हजार से अधिक वाहन निकलना मान चुके हैं. कंपनी के कहने पर डीएम और कमिश्नर के स्थलीय निरीक्षण को भी नजरअंदाज किया जा रहा है.
आरोप है कि लखनऊ में बैठे अधिकारी आंख, नाक और कान बंद कर बैठे हैं. जनता की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. किसान के बच्चे भूखे मर रहे हैं. किसान की समस्याओं को कोई भी सरकारी नुमाइंदे नहीं सुन रहे हैं. सड़कों की हालत बहुत खराब है. जहां कनेक्टिविटी देनी चाहिए थी वहां कोई कनेक्टिविटी नहीं दी रही है. इस कारण किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.