सहारनपुर : कुशीनगर और रुड़की के बाद सहारनपुर में भी जहरीली शराब के तांडव से कईयों के घर उजड़ गए थे. 8 फरवरी से शुरू हुए मौत के कहर ने पांच दिनों में कईयों को निगल लिया. जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ एसके वार्ष्णेय ने ईटीवी पर जहां मौत के आंकड़ों से पर्दा उठाया है बल्कि शराब कांड की पूरी कहानी बयान की है. सीएमएस के मुताबिक जहरीली शराब से पीड़ित कुल 216 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने बताया कि उनके अस्पताल में शराब पीड़ितों के 62 शवों का पोस्टमार्टम किया गया है.
आपको बता दें कि 8 फरवरी की सुबह को जिला अस्पताल में शराब पीकर बीमार हुए लोगो को भर्ती किया गया तो जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में मंडलायुक्त से लेकर तमाम अधिकारी अस्पताल पहुंच गए. अधिकारी शराब पीड़ितों का हालचाल पूछ ही रहे थे कि शराब से बीमारों की संख्या बढ़ती चली गई. देखते ही देखते पहले दिन दर्जनों लोग मौत के मुंह में समा गए जबकि 18 लोग अस्पताल लाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिए थे.
पांच दिन तक चले इस मैराथन इलाज में क्या-क्या घटनाक्रम हुआ सभी के बारे में विस्तार से बात करते हुए सीएमएस डॉ एसके वार्ष्णेय ने ईटीवी भारत से की बात..