सहारनपुर: 21 अक्टूबर को सहारनपुर की गंगोह विधानसभा सीट के लिए मतदान होने जा रहा है. उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों के प्रचार में जुटी हुई हैं. वहीं अपने भावी विधायक से क्षेत्र की जनता भी उम्मीद लगाए बैठी है. ईटीवी की टीम ने गंगोह विधानसभा क्षेत्र के आदर्श ग्राम सुखेड़ी पहुंची, जहां ग्रामीणों का मन टटोलने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने न सिर्फ पूर्व की सरकारों पर सौतेला व्यवहार करने के आरोप लगाए, बल्कि चुनाव जीतकर आने वाले विधायक से विभिन्न उम्मीदें भी जताई हैं.
उपचुनाव में उतरे कई दिग्गजों के करीबी
उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव चल रहा है. इनमें से एक सीट जिले की गंगोह विधानसभा सीट भी एक है. जहां बीजेपी से जिला महामंत्री किरत सिंह, कांग्रेस से प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के भाई नोमान मसूद, सपा से जिला अध्यक्ष रुद्रसेन के भाई इन्द्रसेन और बसपा से पूर्व जिला पंचायत चेयरमैन इरशाद चौधरी उपचुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं.
स्व. बाबू हुकुम सिंह के निधन के बाद उपचुनाव
कैराना से सांसद रहे स्व. बाबू हुकुम सिंह ने सुखेड़ी गांव को गोद लिया था. जिसके बाद गांव का विकास नहीं हुआ. ग्रामीणों ने बताया स्व. बाबू हुकुम सिंह के निधन के बाद गांव में किसी नेता ने कोई विकास कार्य नहीं कराया. हालांकि बीजेपी से नवनिर्वाचित सांसद प्रदीप चौधरी ने कुछ काम कराने का आश्वासन जरूर दिया है. स्थानीय लोगों को कहना है कि आदर्श गांव की सबसे बड़ी समस्या इंटर कॉलेज की है, जिसके चलते आसपास के गांवो की बेटियों को मीलों दूर गंगोह कस्बा में पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है.
ग्रामीणों ने जताई मूलभूत सुविधाएं पूरी होने की जताई उम्मीद
ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि उपचुनाव में वे ऐसा विधायक चुनेंगे जो जनता के बीच रह कर काम करे. जनप्रतिनिधि गांव में पीने के पानी, बिजली, साफ सफाई, पक्की गलियों के साथ बारात घर और इंटर कॉलेज का निर्माण करा सके. किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हो पा रहा है. जीतने वाला विधायक उनका भुगतान समय पर करा दे.