रामपुर: सपा सांसद आजम खां बुधवार को अपने कार्यालय पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सीएए पर अपनी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में हैं. वे लोग कानून बना सकते हैं, लेकिन यह कानून संविधान के बेसिक कांसेप्ट के खिलाफ है.
बिल ताकत की बुनियाद पर बना है
सपा सांसद आजम खां ने कहा मैंने जैसे पहले कहा था कि यह बिल ताकत की बुनियाद पर बना है और वह सच भी है. जो लोग सत्ता में हैं, वे लोग कानून बना सकते हैं. लेकिन इस कानून की विडंबना यह है यह संविधान के बेसिक कांसेप्ट के खिलाफ है. यह हिंदू मुसलमान का नहीं है, जो रंग दिए जाने की कोशिश की जा रही है वह गलत है. यह असंवैधानिक कानून के खिलाफ लोगों का विरोध है.
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सरकार विधान के बजाए अधिकारी चला रहे
सदन में रूलिंग पार्टी के एमएलए के सवाल पर आजम खां ने कहा कि कभी किसी भी विधानसभा में ऐसा नहीं हुआ है. इसे लेकर नाराजगी भी है. हम जब सब कुछ ब्यूरोक्रेसी के हाथों में दे देंगे और सरकार विधान के बजाए अधिकारी चलाने लगेंगे. तो ऐसा ही होगा. मेरे ख्याल से रामपुर इसकी जिंदा जीती जागती मिसाल है. उत्तर प्रदेश को सबक लेना चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट से मिलेगा इंसाफ
अब्दुल्लाह आजम खां के निर्वाचन रद्द होने के सवाल पर आजम खां ने कहा कि वह लोग खुश हैं जो हारे हैं. हारने वालों को अगली तैयारी करनी चाहिए थी. आजम खां ने कहा हम सच को साबित करने में शायद नाकाम रहे. सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर दी है. हमें वहां से इंसाफ मिलेगा.