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रामपुर: डीएम ने करवाया बिल्ली का इलाज

उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक बिल्ली की तबीयत खराब हो गई थी. इसके चलते बिल्ली की मालकिन ने डीएम से मदद मांगी, जिसके बाद बिल्ली के इलाज के लिए उपयुक्त मेडिसिन और ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर उनके घर पहुंचे.

cat got treated during lockdown
लॉकडाउन के दौरान बिल्ली का इलाज किया गया
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Published : Apr 19, 2020, 1:09 PM IST

Updated : May 29, 2020, 6:47 PM IST

रामपुर: जिले में लॉकडाउन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी की ओर से आपूर्ति की हर वस्तु के लिए व्यवस्था की जा रही हैं. ऐसे में न केवल जनपद निवासियों के लिए भोजन बल्कि अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है. वहीं जानवरों को होने वाली समस्याओं के लिए भी जिला प्रशासन मुस्तैद दिखाई दे रहा है.

रामपुर की सेलिना की बिल्ली की तबीयत खराब होने के बाद जिलाधिकारी से मदद मांगने पर न केवल बिल्ली की मालकिन तक मदद पहुंची, बल्कि उन्हें उपयुक्त मेडिसिन और ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर भी पहुंचे. जिलाधिकारी की ऐसी तत्परता के लिए बिल्ली की मालकिन हैरत में है.

बिल्ली की मालकिन सेलिना खान ने बताया कि उनकी बिल्ली एंजेल एक पर्शियन कैट है जोकि उनके पास पिछले 2 साल से है. बिल्ली को प्रीमेच्योर बेबी हुआ था जो काफी बड़ा था. उसके होने में उनकी बिल्ली एंजेल को बहुत तकलीफ हो रही थी. उसकी हालत बिगड़ रही थी, जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर को कॉल किया और बिल्ली की हालत बताई.

बिल्ली की तबीयत खराब होने पर डीएम ने की मदद
डॉक्टर ने बिल्ली के न बचने की बात कही. इसके बाद सेलीना ने रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह को कॉल की, जिसके बाद जिलाधिकारी के स्टेनो की ओर से उन्हें कॉल बैक आया. इसके बाद जिलाधिकारी की ओर से महिला की समस्या को देखते हुए बिल्ली के लिए उपयुक्त मेडिसिन और डॉक्टर का इंतजाम किया गया.

रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया जनपद के सभी लोगों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति घर-घर सुनिश्चित की जा रही है. इसके लिए कंट्रोल रूम हमेशा सक्रिय रहता है. इसके साथ यह भी निर्देश दिया गया है कि जो बेजुबान जानवर हैं उनके लिए भी सब प्रयास करते रहें. उनके लिए भी कुछ एनजीओस को लगा रखा है और अधिकारी भी उनकी मॉनिटरिंग करते रहते हैं. वहीं अगर इस तरह की सूचनाएं अगर आती है तो उसको तत्काल हैंडल किया जाता है.

कंट्रोल रूम ने किया मॉनिटर
वहीं जिलाधिकरी ने बताया कि ऐसी ही एक सूचना बिल्ली के बारे में मिली थी कि उसकी तबीयत ज्यादा खराब थी. इसके लिए पशु चिकित्सा अधिकारी को सूचित कर दिया गया. कंट्रोल रूम और स्टेनो के ओर से उसको मॉनिटर किया गया और जब उनकी समस्या का समाधान हो गया तो उसके बाद कंट्रोल रूम ने उसके चैप्टर को क्लोज किया. यह एक सामान्य सी चीज है, जिस पर लगातार नजर भी रखी जा रही हैं. सिर्फ घर-घर आपूर्ति ही नहीं बल्कि अगर जरूरत है तो जितने जानवर हैं चाहे स्ट्रे एनिमल ही क्यों न हो उनकी भी पर्याप्त देखभाल की जा रही है.

रामपुर: जिले में लॉकडाउन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी की ओर से आपूर्ति की हर वस्तु के लिए व्यवस्था की जा रही हैं. ऐसे में न केवल जनपद निवासियों के लिए भोजन बल्कि अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है. वहीं जानवरों को होने वाली समस्याओं के लिए भी जिला प्रशासन मुस्तैद दिखाई दे रहा है.

रामपुर की सेलिना की बिल्ली की तबीयत खराब होने के बाद जिलाधिकारी से मदद मांगने पर न केवल बिल्ली की मालकिन तक मदद पहुंची, बल्कि उन्हें उपयुक्त मेडिसिन और ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर भी पहुंचे. जिलाधिकारी की ऐसी तत्परता के लिए बिल्ली की मालकिन हैरत में है.

बिल्ली की मालकिन सेलिना खान ने बताया कि उनकी बिल्ली एंजेल एक पर्शियन कैट है जोकि उनके पास पिछले 2 साल से है. बिल्ली को प्रीमेच्योर बेबी हुआ था जो काफी बड़ा था. उसके होने में उनकी बिल्ली एंजेल को बहुत तकलीफ हो रही थी. उसकी हालत बिगड़ रही थी, जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर को कॉल किया और बिल्ली की हालत बताई.

बिल्ली की तबीयत खराब होने पर डीएम ने की मदद
डॉक्टर ने बिल्ली के न बचने की बात कही. इसके बाद सेलीना ने रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह को कॉल की, जिसके बाद जिलाधिकारी के स्टेनो की ओर से उन्हें कॉल बैक आया. इसके बाद जिलाधिकारी की ओर से महिला की समस्या को देखते हुए बिल्ली के लिए उपयुक्त मेडिसिन और डॉक्टर का इंतजाम किया गया.

रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया जनपद के सभी लोगों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति घर-घर सुनिश्चित की जा रही है. इसके लिए कंट्रोल रूम हमेशा सक्रिय रहता है. इसके साथ यह भी निर्देश दिया गया है कि जो बेजुबान जानवर हैं उनके लिए भी सब प्रयास करते रहें. उनके लिए भी कुछ एनजीओस को लगा रखा है और अधिकारी भी उनकी मॉनिटरिंग करते रहते हैं. वहीं अगर इस तरह की सूचनाएं अगर आती है तो उसको तत्काल हैंडल किया जाता है.

कंट्रोल रूम ने किया मॉनिटर
वहीं जिलाधिकरी ने बताया कि ऐसी ही एक सूचना बिल्ली के बारे में मिली थी कि उसकी तबीयत ज्यादा खराब थी. इसके लिए पशु चिकित्सा अधिकारी को सूचित कर दिया गया. कंट्रोल रूम और स्टेनो के ओर से उसको मॉनिटर किया गया और जब उनकी समस्या का समाधान हो गया तो उसके बाद कंट्रोल रूम ने उसके चैप्टर को क्लोज किया. यह एक सामान्य सी चीज है, जिस पर लगातार नजर भी रखी जा रही हैं. सिर्फ घर-घर आपूर्ति ही नहीं बल्कि अगर जरूरत है तो जितने जानवर हैं चाहे स्ट्रे एनिमल ही क्यों न हो उनकी भी पर्याप्त देखभाल की जा रही है.

Last Updated : May 29, 2020, 6:47 PM IST
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