रायबरेली : जिले में कोरोना संक्रमित एक पिता की मौत के बाद बेटे ने स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. बेटे आशीष का आरोप है कि उसके पिता की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई थी. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. गंभीर हालत में वह अपने पिता को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा, लेकिन यहां ऑक्सीजन की कमी के चलते उनकी मौत हो गई. मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इस वीडियो में पीड़ित आशीष स्वास्थ्यकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाता नजर आ रहा है. साथ ही उसने लोगों से अपील की है कि अपने मरीजों का इलाज अस्पताल के बजाय, घर पर ही कराएं.
दरअसल, रायबरेली में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए जिला अस्पताल और आधुनिक रेल कोच कारखाने में एल-2 कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. कोच कारखाने में चल रहे केंद्र पर लापरवाही और स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा तीमारदारों से अभद्रता के कई मामले सामने आ चुके हैं. जिले के महाराजगंज तहसील क्षेत्र के मऊगर्बी निवासी कोरोना संक्रमित का शुक्रवार को कोविड 19 केंद्र में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही और ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई. मृतक के बेटे आशीष कुमार ने आरोप लगाया, 'दोपहर में मेरे पिता की मौत के कई घंटे गुजरने के बाद भी शव मुझे नहीं सौंपा गया. डेड बॉडी बेड पर ही पड़ी रही.'
लोगों से की ये अपील-
आशीष कुमार ने बताया कि उनेके पिता की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आने के बाद तबीयत बिगड़ गई थी. उन्हें दो दिन पहले कोच कारखाने में संचालित एल-2 कोविड सेंटर में लाया गया था. यहां दो दिन बाद भी उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिला. साथ ही आशीष ने इलाज में लापरवाही के कारण दिक्कत बढ़ने की बात भी कही. वायरल वीडियो में आशीष ने आम जनता से अपील की है कि अगर उनका अपना कोई संक्रमित हो जाये, तो उसे यहां (जिला अस्पताल) न लाएं और उनका घर पर ही इलाज कराएं.
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स्टाफ और ऑक्सीजन की कमी का हवाला
इस मामले में कोविड महामारी प्रभारी डॉ. डीएस अस्थाना से फोन पर बात की गई. बता दें, डॉ. डीएस अस्थाना खुद कोरोना संक्रमित हैं. उन्होंने खुद को क्वारंटाइन किया है. डॉ. डीएस अस्थाना ने बताया कि स्टाफ की कमी और ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौतें हो रही हैं. कोई भी चिकित्सक अपने मरीज की मौत नहीं चाहता है. ये बात कहकर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और खुद की लाचारी जाहिर की.