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रायबरेली: विज्ञान, वैदिक गणित, संस्कृत बोध परियोजना का शुभारंभ

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में विद्या भारती द्वारा विज्ञान, वैदिक गणित और संस्कृत बोध परियोजना के समागम कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 49 जनपदों के 650 से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे.

विज्ञान, वैदिक गणित, संस्कृत बोध परियोजना का शुभारंभ
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Published : Nov 5, 2019, 5:02 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली: जिले में विद्या भारती द्वारा विज्ञान, वैदिक गणित और संस्कृत बोध परियोजना के समागम कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने की. तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 49 जनपदों के 650 से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे.

कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते प्रधानाचार्य.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में कार्यक्रम की विशेषता उजागर करते हुए रायबरेली शहर के लखनऊ रोड पर स्थित गोपाल सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य बालकृष्ण सिंह ने बताया कि वैदिक गणित प्राचीन भारत की पहचान रही है. इसी के बलबूते ऋषि मुनियों ने अपनी काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया में मनवाया था. अब उसी वैदिक गणित के सहारे छात्रों को आसान तरीके से विषय में महारथ हासिल करने का अवसर प्रदान किया जाएगा. वैदिक गणित पर आधारित प्रश्न मंच, मॉडल, पत्र वाचन और प्रयोग समेत कई रुप में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे.

यह भी पढ़ें: जौनपुर में काला जादू: 14 मौतों के बाद मर्द बना औरत

इसके अलावा संस्कृत बोध परियोजना को लेकर भी विद्या भारती इस आयोजन के जरिए विशेष पहल कर रहा है. वर्तमान की शिक्षा व्यवस्था पर प्रहार करते हुए प्राचार्य बालकृष्ण कहते हैं कि शिक्षा को केवल परीक्षा में अच्छे अंक लाने तक सीमित न रखते हुए विद्यार्थियों के संस्कार, आचार-विचार की शुद्धता और सुचिता बरकरार रखने पर भी जोर दिया जाएगा.

रायबरेली: जिले में विद्या भारती द्वारा विज्ञान, वैदिक गणित और संस्कृत बोध परियोजना के समागम कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने की. तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 49 जनपदों के 650 से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे.

कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते प्रधानाचार्य.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में कार्यक्रम की विशेषता उजागर करते हुए रायबरेली शहर के लखनऊ रोड पर स्थित गोपाल सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य बालकृष्ण सिंह ने बताया कि वैदिक गणित प्राचीन भारत की पहचान रही है. इसी के बलबूते ऋषि मुनियों ने अपनी काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया में मनवाया था. अब उसी वैदिक गणित के सहारे छात्रों को आसान तरीके से विषय में महारथ हासिल करने का अवसर प्रदान किया जाएगा. वैदिक गणित पर आधारित प्रश्न मंच, मॉडल, पत्र वाचन और प्रयोग समेत कई रुप में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे.

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इसके अलावा संस्कृत बोध परियोजना को लेकर भी विद्या भारती इस आयोजन के जरिए विशेष पहल कर रहा है. वर्तमान की शिक्षा व्यवस्था पर प्रहार करते हुए प्राचार्य बालकृष्ण कहते हैं कि शिक्षा को केवल परीक्षा में अच्छे अंक लाने तक सीमित न रखते हुए विद्यार्थियों के संस्कार, आचार-विचार की शुद्धता और सुचिता बरकरार रखने पर भी जोर दिया जाएगा.

Intro:रायबरेली:विद्या भारती की पहल से निखरेगा देश का भविष्य, जिले में मंगलवार से लगेगा वैदिक गणित का समागम


04 नवंबर 2019 - रायबरेली

विद्या भारती द्वारा प्रदेश के भविष्य को तराशने के मकसद से शुरु की गई पहल का केंद्र इस बार रायबरेली बनने जा रहा है।
विज्ञान,वैदिक गणित व संस्कृत बोध परियोजना का समागम कार्यक्रम की शुरुआत बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी द्वारा की जाएगी।इस दौरान 3 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के करीब 49 जनपदों के 650 से ज्यादा कुशाग्र विद्यार्थियों का रायबरेली में अपनी मेधा के प्रदर्शन का अवसर प्राप्त होगा।
विद्या भारती द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है और स्कूल प्रबंधन के अलावा संघ पदाधिकारियों व स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा भी कार्यक्रम के सफल आयोजन को पहल की का रही है।







Body:ETV भारत से बातचीत में रायबरेली शहर के लखनऊ रोड पर स्थित गोपाल सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य बालकृष्ण सिंह ने बताया कि विद्या भारती के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 4 प्रान्तों का 18वां क्षेत्रीय ज्ञान विज्ञान मेला 05 नवंबर में आरंभ हो रहा है।तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार से हो रही है जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी शामिल होंगे।

कार्यक्रम की विशेषता उजागर करते हुए प्राचार्य बालकृष्ण सिंह कहते है कि वैदिक गणित प्राचीन भारत की पहचान रही है और इसी के बलबूते ऋषि मुनियों ने अपनी काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया में मनवाया था।अब उसी वैदिक गणित के सहारे छात्रों को आसान तरीके से विषय में महारथ हासिल करने अवसर प्रदान किया जाएगा।वैदिक गणित पर आधारित प्रश्न मंच,मॉडल, पत्र वाचन व प्रयोग समेत कई रुप मे कार्यक्रम आयोजित किया जाएंगे।

इसके अलावा संस्कृत बोध परियोजना को लेकर भी विद्या भारती इस आयोजन के जरिए विशेष पहल कर रहा है।वर्तमान की शिक्षा व्यवस्था पर प्रहार करते हुए प्राचार्य बालकृष्ण कहते हैं कि शिक्षा को केवल परीक्षा में अच्छे अंक लाने तक सीमित न रखते हुए विद्यार्थियों के संस्कार व आचार - विचार की शुद्धता व सुचिता बरकरार रखने पर भी जोर दिया जाएगा।






















Conclusion:बाइट : बालकृष्ण सिंह - प्राचार्य - गोपाल सरस्वती विद्या मंदिर - रायबरेली

प्रणव कुमार - 7000024034

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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