रायबरेली: अमृत योजना के जरिए शहर की आधारभूत संरचना को मजबूती दिए जाने की तैयारी चल रही है. पेयजल योजना के अलावा शहरी विकास को गति देने के मकसद से अब एसटीपी निर्माण पर भी जोर दिया जा रहा है. रायबरेली में नगर क्षेत्र के लिए मूलभूत सुविधाओं का लंबे अरसे से टोटा रहा है. पेयजल लाइन निर्माण की कार्ययोजना के बाद अब प्रदूषण मुक्त वातावरण को लेकर नई पहल की जा रही है. वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने के साथ ही आगे की कार्ययोजना पर भी कदम बढ़ाए जा चुके हैं.
जिले के पहले 18 एमएलडी की कैपेसिटी के एसटीपी को समय रहते पूरा किये जाने पर खासा जोर है. इसके अलावा शहर के दूसरे छोर विशेष रुप से दूसरे हिस्से के सीवेज के सुरक्षित निपटान के मकसद से एसटीपी निर्माण का निर्णय लिया गया है. जल्द ही इस दिशा में विभाग द्वारा निर्माण कार्य की शुरुआत करने की तैयारी है.
अमृत योजना के तहत पहले से ही 18 एमएलडी के सीवेज ट्रीटमेंट निर्माण कार्य प्रगति में हैं. इसके अलावा दूसरे 14 एमएलडी के एसटीपी के लिए शहर के किला मोहम्मदी स्थान पर प्रस्तावित है. मुख्यालय से धन आवंटन होते ही निर्माण कार्य की शुरुआत की जाएगी. एसटीपी निर्माण से निर्मल गंगा में भी योगदान होगा. शहर में एसटीपी निर्माण को लेकर शुरु की गई कवायद से गंगा स्वच्छता को भी गति दी जा सकेगी. जनार्दन सिंह कहते है कि एसटीपी चालू होने से सई के प्रदूषण कम होने के साथ ही निर्मल गंगा में भी योगदान दिया जाएगा.
- जनार्दन सिंह, यूपी जल निगम के प्रभारी व अधिशाषी अभियंता