रायबरेली : जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र के मियां का पुरवा गांव से 10 अक्टूबर 2020 को लापता हुए युवक की हत्या के मामले का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल आला कत्ल बांका भी बरामद कर लिया है. साथ ही घटनास्थल पर मौजूद हड्डियों और मृतक के कपड़ों की जांच के लिए लैब भेज दिया. इस हत्याकांड में फिलहाल एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. घटना के पीछे भाई की मौत का बदला लेना बताया जा रहा है.
दरअसल जिले की सलोन कोतवाली क्षेत्र की सूची चौकी के मियां के पुरवा गांव निवासी रामबहादुर का पुत्र रज्जन 10 अक्टूबर को घर से मजदूरी करने के लिए निकला था. लेकिन फिर वो लौट के घर नही आया. घर वालों ने उसकी खोजबीन की और जिसने उसे बुलाया था उससे पूछा लेकिन कुछ पता नही चला. इसके बाद परिजनों ने पुलिस से गुहार लगाई. फिर इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू की और संदीप से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ. संदीप ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर रज्जन को शराब पिलाई और मौत के घाट उतार कर शव डलमऊ कोतवाली क्षेत्र में नहर के किनारे फेंक दिया. संदीप की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बांका बरामद कर लिया है. साथ ही घटनास्थल से मृतक के कपड़े उसका मोबाइल फोन और कुछ हड्डियां भी बरामद की हैं. हड्डियों और कपड़ों को जांच के लिए लैब भेज दिया गया है. मामले में पुलिस ने संदीप, सुरेश, दीपक और सदाशिव को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उनका एक साथी उमेश यादव अभी फरार है.
एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि आरोपी संदीप के अनुसार कुछ समय पहले रज्जन बम्बई में काम करता था और उसका भाई रंजीत भी बम्बई गया था. जिसकी मौत वहीं हो गई. हमें पता चला कि रज्जन ही उसकी मौत के पीछे था. इसी अदावत में उसे मौत के घाट उतार दिया.