रायबरेली : सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांग्रेस में बड़ा अंतर्विरोध देखने को मिल रहा है. गहराते असंतोष का नतीजा ये रहा कि शुक्रवार को पार्टी से 35 पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने त्यागपत्र दे दिया. कांग्रेस में बड़ी बगावत से लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मच गया है. हालांकि पार्टी के जिलाध्यक्ष फिलहाल किसी भी इस्तीफे के विषय में जानकारी नहीं होने का दावा कर रहे हैं.
पीसीसी सदस्य समेत 35 पार्टी वर्कर का इस्तीफा
इस पूरे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में 6 जनवरी को पार्टी जिलाध्यक्ष द्वारा 7 पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के निष्कासन का पत्र जारी करना भी माना जा रहा है. इस दौरान पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव, पूर्व जिला प्रभारी व मौजूदा पीसीसी सदस्य शिव कुमार पाण्डेय समेत 35 पदाधिकारियों ने कांग्रेस अध्यक्ष सांसद सोनिया गांधी को इस्तीफा वाला पत्र भेजा है.
'नई कार्यकारिणी से असंतुष्ट है परिवार'2019 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली ने ही गांधी परिवार की लाज बचायी थी. लेकिन कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव, पूर्व जिला प्रभारी व मौजूदा पीसीसी सदस्य शिव कुमार पाण्डेय समेत 35 पदाधिकारियों के इस्तीफे की खबर से दिल्ली तक हड़कंप मच गया है. सूचना ऐसी है कि इन सभी ने पार्टी की नई कार्यकारिणी से असंतुष्ट होने के साथ-साथ कई कार्यकर्ताओं के किनारे किए जाने पर आपत्ति जताई थी.
कांग्रेस पीसीसी सदस्य के साथ इस्तीफा देने वालों में ब्लॉक ऊंचाहार के किसान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अनुज सिंह, पूर्व जिला महासचिव यूथ कांग्रेस रायबरेली साधना सिंह, महासचिव ब्लॉक रोहनिया रमेश कुमार पाण्डेय, ब्लॉक रोहनिया सचिव छैल बिहारी, रोहनियां ब्लॉक महिला ब्लॉक अध्यक्ष रामश्री पटेल, जिला सचिव महिला रानू देवी, शुभम, रामबहादुर पटेल, तारावती, सजनलाल मौर्य, लवप्रकाश, वेदप्रकाश, निरंजन सिंह, ब्रज बहादुर सिंह, मुकेश, नागेन्द्र बहादुर सिंह, देवतादीन, संदीप पासी, इंन्द्रजीत रैदास, रामखेलावन पासी, शिवकुमारी सिंह, शहीद अहमद, रामपाल सिंह, रामसुख पटेल, दिनेश कुमार नाई आदि समेत 35 पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश करते हुए हस्ताक्षरयुक्त कॉपी सांसद सोनिया गांधी को भेजा है. इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं का सिलसिला जारी होने का दावा आगे भी पीसीसी सदस्य ने किया है.