रायबरेली : जिले के लालगंज में सैम्बसी गांव में पड़ोसी ने बुधवार को मासूम का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने शक के आधार पर पड़ोसी को दबोच लिया. इसके बाद सख्ती से उससे पूछताछ की तो वह टूट गया. उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. वह बच्चे का अपहरण कर परिवार से फिरौती मांगना चाहता था. बच्चे ने कहा कि वह घर जाकर सबको बता देगा. भेद खुलने के डर से आरोपी ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी.
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गांव गजबासौदा का रहने वाला आयुष तिवारी एक सप्ताह पहले अपने मामा छोटू मिश्रा और नाना कृष्ण कुमार मिश्र के गांव सैम्बसी आया था. उसकी मां रूपाली तिवारी भी साथ आई थीं. बुधवार की सुबह आयुष बच्चों के साथ खेलने गया था. इसके बाद लौटकर नहीं आया. काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल सका. इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई.
पुलिस गांव में पहुंच गई. पुलिस को मासूम के पड़ोसी आशुतोष पर शक हुआ तो उसे हिरासत में ले लिया. जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बच्चे को गायब कर उसका गला घोंटकर मौत के घाट उतारने का जुर्म कबूल कर लिया. उसके घर से बच्चे की लाश भी बरामद हो गई. आरोपी ने बताया कि वह आयुष का अपहरण कर परिवार से 5 लाख की फिरौती की मांग करना चाहता था. रुपये मिलने के बाद वह बच्चे को छोड़ देता लेकिन बच्चा उसे पहचानता था. उसने कहा कि वह घर जाकर परिवार को उसके बारे में बता देगा. इससे उसका राज खुल जाता, इसलिए उसने बच्चे की हत्या कर दी.
यह भी पढ़ें : रायबरेली में इंजीनियरिंग काॅलेज की शिक्षिका ने निदेशक व विभागाध्यक्ष पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप, मुकदमा दर्ज