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AMU छात्रा ने प्रोफेसर पर लगाया 3 साल से फेल करने का आरोप, विश्वविद्यालय ने क्या कहा जानिए

LAW STUDENT ALLEGATION: एएमयू BA LLB की छात्रा ने गंभीर आरोप लगाए. विवि प्रशासन ने क्या कुछ कहा जानिए.

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एएमयू छात्रा धरने पर बैठी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 5, 2024, 12:54 PM IST

Updated : Nov 5, 2024, 1:55 PM IST

अलीगढ़: एएमयू कानून विभाग की BA LLB प्रथम वर्ष की छात्रा अवंतिका गौर का विभाग के प्रोफेसर पर आरोप है कि वह उन्हें पिछले 3 साल से लगातार फेल कर रहे हैं. इसके खिलाफ छात्रा ने यूनिवर्सिटी कुलपति, रजिस्ट्रार, विभाग के अध्यक्ष को पत्र लिखा. जब इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई तो छात्रा ने प्रशासन ब्लॉक पर धरना प्रदर्शन किया. वहीं, एएमयू डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर ने आरोप को बेबुनियाद कहा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में किसी को भी इस तरह से फेल नहीं किया जाता है.

बता दें कि छात्रा अवंतिका एक छात्र के साथ यूनिवर्सिटी प्रशासन ब्लॉक गेट पर बैठी है. यहां पर उसने मांग की है, कि जब तक यूनिवर्सिटी कुलपति और रजिस्टर इस मामले की जांच के आदेश नहीं देता, तब तक यहां से नहीं हटेंगी. उन्होंने कहा कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

छात्रा अवंतिका गौर और एएमयू डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर हशमत अली ने दी जानकारी (ETV BHARAT)


अवंतिका गौर के साथ प्रशासन ब्लॉक पर बैठे कानून विभाग के छात्र ने विभाग के एक प्रोफेसर पर आरोप लगाया है कि छात्रा को इसलिए फेल किया जा रहा है, क्योंकि वह हिंदू धर्म से है. यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता. इससे परेशान होकर आज हम प्रशासन ब्लॉक पर धरने पर बैठे हैं. हम तब तक बैठे रहेंगे जब तक कोई अधिकारी हमसे मिलने नहीं आता.

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छात्र अवंतिका गौर थाना बन्ना देवी के इलाके नुमाइश ग्राउंड की निवासी है. छात्र का कहना है , कि मेरा यूनिवर्सिटी में 2021 में BALLB में एडमिशन हुआ था. 2021 से अब तक लगातार 3 सालों से फेल किया जा रहा है. वह भी एक ही सब्जेक्ट में. जब मैं इसका कारण प्रोफेसर से पूछती हूं, तो कुछ नहीं बताया जाता. मुझे आंख से कम दिखाई देता है और कान से भी कम सुनाई देता है. बावजूद इसके मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही. मैं परेशान होकर धरने पर बैठी हूं.


वहीं, इस मामले को लेकर एएमयू डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर हशमत अली का कहना है कि छात्रा के आरोप बेबुनियाद है. यूनिवर्सिटी में किसी को भी इंटेशनली फेल नहीं किया जाता है. कोई भी टीचर किसी भी छात्र को इंटेशनली फेल कैसे कर सकता है? छात्रा के सारे आरोप गलत है. हमारे BALLB के कोर्स में 45% नॉन मुस्लिम और 55% मुस्लिम छात्र है. यहां सभी हिंदू मुस्लिम मिलजुलकर रहते है. किसी तरह का गलत वातावरण यहां नहीं है. छात्रा के सभी आरोप बेबुनियाद है.

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अलीगढ़: एएमयू कानून विभाग की BA LLB प्रथम वर्ष की छात्रा अवंतिका गौर का विभाग के प्रोफेसर पर आरोप है कि वह उन्हें पिछले 3 साल से लगातार फेल कर रहे हैं. इसके खिलाफ छात्रा ने यूनिवर्सिटी कुलपति, रजिस्ट्रार, विभाग के अध्यक्ष को पत्र लिखा. जब इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई तो छात्रा ने प्रशासन ब्लॉक पर धरना प्रदर्शन किया. वहीं, एएमयू डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर ने आरोप को बेबुनियाद कहा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में किसी को भी इस तरह से फेल नहीं किया जाता है.

बता दें कि छात्रा अवंतिका एक छात्र के साथ यूनिवर्सिटी प्रशासन ब्लॉक गेट पर बैठी है. यहां पर उसने मांग की है, कि जब तक यूनिवर्सिटी कुलपति और रजिस्टर इस मामले की जांच के आदेश नहीं देता, तब तक यहां से नहीं हटेंगी. उन्होंने कहा कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

छात्रा अवंतिका गौर और एएमयू डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर हशमत अली ने दी जानकारी (ETV BHARAT)


अवंतिका गौर के साथ प्रशासन ब्लॉक पर बैठे कानून विभाग के छात्र ने विभाग के एक प्रोफेसर पर आरोप लगाया है कि छात्रा को इसलिए फेल किया जा रहा है, क्योंकि वह हिंदू धर्म से है. यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता. इससे परेशान होकर आज हम प्रशासन ब्लॉक पर धरने पर बैठे हैं. हम तब तक बैठे रहेंगे जब तक कोई अधिकारी हमसे मिलने नहीं आता.

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छात्र अवंतिका गौर थाना बन्ना देवी के इलाके नुमाइश ग्राउंड की निवासी है. छात्र का कहना है , कि मेरा यूनिवर्सिटी में 2021 में BALLB में एडमिशन हुआ था. 2021 से अब तक लगातार 3 सालों से फेल किया जा रहा है. वह भी एक ही सब्जेक्ट में. जब मैं इसका कारण प्रोफेसर से पूछती हूं, तो कुछ नहीं बताया जाता. मुझे आंख से कम दिखाई देता है और कान से भी कम सुनाई देता है. बावजूद इसके मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही. मैं परेशान होकर धरने पर बैठी हूं.


वहीं, इस मामले को लेकर एएमयू डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर हशमत अली का कहना है कि छात्रा के आरोप बेबुनियाद है. यूनिवर्सिटी में किसी को भी इंटेशनली फेल नहीं किया जाता है. कोई भी टीचर किसी भी छात्र को इंटेशनली फेल कैसे कर सकता है? छात्रा के सारे आरोप गलत है. हमारे BALLB के कोर्स में 45% नॉन मुस्लिम और 55% मुस्लिम छात्र है. यहां सभी हिंदू मुस्लिम मिलजुलकर रहते है. किसी तरह का गलत वातावरण यहां नहीं है. छात्रा के सभी आरोप बेबुनियाद है.

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Last Updated : Nov 5, 2024, 1:55 PM IST
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