रायबरेली: बालिकाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से साल के पहले दिन विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम राज्य व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में शहर के इन्दिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय में आयोजित किया गया.
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमंते तत्र देवता
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मयंक जायसवाल ने की. बालिकाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बालिकाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक और शिक्षित होना बेहद आवश्यक है. अशिक्षा के कारण ही बालिकाएं पिछड़ी हुई हैं. इसलिये बेटियों को पढ़ाई पर बल दिया जाना चाहिए.
मयंक जायसवाल ने बालिकाओं को 1090 हेल्प लाइन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि किसी भी महिला के साथ दुव्यर्वहार की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जाती है. साथ ही पीसीपीएनडीटी (गर्भ धारण एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक-विनियमन तथा दुरुपयोग अधिनियम) एक्ट और मुखबिर योजना के सम्बन्ध में जानकारी दी गई. प्रदेश और केंद्र सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में भी बताया गया.
कार्यक्रम में पहुंची थीं छात्राएं
कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए बड़ी संख्या में महाविद्यालय की छात्राएं भी पहुंची थीं. इस दौरान महाविद्यालय की शिक्षिकाएं भी मौजूद रहीं. साथ ही विधिक सेवा प्राधिकरण समेत कई अधिवक्ता भी मौजूद रहे.
ये है मुखबिर योजना
मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए मुखबिर योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत बेटियों को जन्म लेने से रोकने वालों पर कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है. मुखबिर योजना का उद्देश्य समाज में घटते बाल लिंगानुपात पर रोक लगाना है. तकनीक का दुरुपयोग कर भ्रूण का लिंग परीक्षण कर बेटियों को जन्म लेने से रोकने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करना है.