रायबरेली: शहर में अमृत योजना के तहत सीवर लाइन डालने के काम की शुरुआत हुई थी. इस योजना में शहर के मनिका सिनेमा रोड से लेकर सिविल लाइन चौराहा होते हुए गोरा बाजार और पीएसी कॉलोनी रोड से होकर एसटीपी प्लांट तक सीवर लाइन डालना था. सीवर लाइन डालने के दौरान सड़कों को खोद दिया गया था, जिसके कारण लोगों को बहुत समस्याएं हो रही थीं. सालभर बीतने के बाद बुधवार से रोड निर्माण का कार्य शुरू कराया गया था जो गुरुवार को भी जारी रहा. गुरुवार को रोड निर्माण का जायजा लेने के लिए विभाग के अधिशाषी अभियंता सनी सिंह परमार पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मटेरियल के क्वालिटी इंस्पेक्शन के अलावा कामकाज का भी बारीकी से निरीक्षण किया.
दरअसल, शासन के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट अमृत योजना में तमाम सारी खामियों की शिकायत मिली थी. इसमें काम को पूरा करने की जिम्मेदारी लेने वाले वेंडर द्वारा भी लापरवाही किए जाने की शिकायतें शामिल थीं. कई मौकों पर आलाधिकारियों के निरीक्षण में कमियां खुलकर उजागर हुईं और बाद में कार्यदायी संस्थान समेत ठेकेदार को भी फटकार लगाई गई. इन्हीं कारणों के चलते जब मनिका सड़क के निर्माण की शुरुआत हुई तो विभाग के प्रभारी कार्य स्थल पर निरीक्षण के लिए पहुंचे.
बता दें, मनिका रोड पर ही लोक निर्माण विभाग का गेस्ट हाउस है, जहां पर उत्तर प्रदेश के तमाम मंत्रियों के अलावा जनप्रतिनिधियों का भी आना-जाना अक्सर होता है. बीते वर्ष राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का रायबरेली दौरा तय हुआ था तो आनन-फानन में सिर्फ इस स्थल तक की रोड का निर्माण कराया गया था. स्थानीय लोग अक्सर इस मुद्दे को उठाते रहते थे, लेकिन अब तक उनकी सुनवाई नहीं हुई थी. अब सड़क का निर्माण शुरू होने के बाद उनमें खुशी का माहौल है.
सीवर लाइन डालने के दौरान सड़कों को खोदा गया था. फिर बारिश के कारण रोड बनाना संभव नहीं था. कोरोना की वजह से भी देरी हुई पर अब रोड बनाई जा रही है. गुणवत्ता को परखने के लिए निरीक्षण किया जा रहा है. ठेकेदार को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि जल्द ही तीनों स्थलों पर रोड का निर्माण कार्य पूरा किया जाए. हर हाल में इसे दिसंबर 2020 तक पूरा करा लिया जाएगा.
-सनी सिंह परमार, अधिशासी अभियंता, जल निगम