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दूसरों की बुराई करते हैं तो हो जाइए सावधान! ये 8 आदतें आपको कर सकती है बर्बाद - PLANET ALIGNMENT AFFECTING LIFE

ज्योतिष के अनुसार, जन्म कुंडली में गुरु कमजोर होने पर व्यक्ति दूसरों के मामलों में हस्तक्षेप करने लगता है. छोटी-छोटी बातों पर क्लेश करता है.

PLANET ALIGNMENT AFFECTING LIFE
सांकेतिक तस्वीर (Canva)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 6, 2025, 12:54 PM IST

हैदराबाद: जीवन में उतार-चढ़ाव तो आते रहते हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि लगातार परेशानियां घेरे रहती हैं. ज्योतिष शास्त्र में इसका कारण ग्रहों की दशा को माना जाता है. यदि आपकी ग्रह दशा अनुकूल नहीं है, तो आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र बता रहे हैं कुछ ऐसे संकेतों के बारे में जो बताते हैं कि आपकी ग्रह दशा बिगड़ रही है. इन संकेतों को पहचानकर समय रहते उपाय करने से आप परेशानियों से बच सकते हैं.

1. पैर हिलाना: अगर आपको अचानक पैर हिलाने की आदत बढ़ गई है या बिना कोशिश किए ही आपके पैर हिलने लगते हैं, तो यह बुध और शनि के अशुभ होने का संकेत है. डॉ. मिश्र का कहना है कि ऐसे में तुरंत शनि के उपाय शुरू कर देने चाहिए.

2. बालों या शरीर को खुजाना: यदि आपको अपने बालों या शरीर को सामान्य से अधिक खुजाने की इच्छा होती है, तो यह केतु के प्रतिकूल प्रभाव का संकेत है. केतु का बुरा प्रभाव आगे चलकर कष्टकारी हो सकता है, इसलिए इसे गंभीरता से लेना चाहिए.

3. कमजोर स्मरण शक्ति, तोतलाना, अशुद्ध उच्चारण: यदि आप बातें भूल जाते हैं, मौके पर नाम या उत्तर याद नहीं आते, या शब्दों का उच्चारण अस्पष्ट होता है, तो यह बुध ग्रह के कमजोर होने का लक्षण है. समय रहते इसका उपाय करना जरूरी है.

4. दूसरों के मामलों में टांग अड़ाना: बिना मांगे सलाह देना या दूसरों की समस्याओं में बेवजह हस्तक्षेप करना या दूसरों की बुराई करना, सामाजिक रूप से अपमान का कारण बन सकता है. डॉ. मिश्र के अनुसार, ऐसे लोगों का गुरु ग्रह खराब होता है, जिसे अनुकूल करने का प्रयास करना चाहिए.

5. एसिडिटी और गैस की बढ़ती तकलीफ: अगर आपको पेट की समस्या, एसिडिटी, गैस और लीवर की प्रॉब्लम बार-बार हो रही है, तो यह गुरु ग्रह के खराब होने का संकेत है. गुरु ग्रह को मजबूत करने के उपाय करने चाहिए.

6. जल्दी खाना खाना: बहुत ज्यादा भूख लगना और जल्दी-जल्दी खाना खाना, शनि और बुध के खराब होने का संकेत है. दोनों ग्रहों के लिए उपाय करना आवश्यक है.

7. दांपत्य जीवन में बाधा: यदि आप विवाहित जीवन का सुख नहीं ले पा रहे हैं और जीवनसाथी के साथ छोटी-छोटी बातों पर भी क्लेश होता है, तो समझिए कि आपका गुरु ग्रह खराब है. गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए.

8. कंधे झुका के रहना या हिलने-डुलने की आदत: कंधे झुका कर चलने वाले लोग खुले विचार वाले नहीं होते और हर बात को लेकर शंकालु रहते हैं. वहीं, यदि आप हिलते-डुलते रहते हैं, एक स्थान पर स्थिर नहीं रहते, स्मरण शक्ति की कमी है, पेट की समस्या है और पसीना बहुत आता है, तो समझिए कि गुरु और बुध दोनों खराब हैं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. ETV BHARAT एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है.

यह भी पढ़ें- धन प्राप्ति के लिए ऐसे जलाएं दीपक, पैसों की समस्या होगी दूर! हर काम में मिलेगी सफलता

हैदराबाद: जीवन में उतार-चढ़ाव तो आते रहते हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि लगातार परेशानियां घेरे रहती हैं. ज्योतिष शास्त्र में इसका कारण ग्रहों की दशा को माना जाता है. यदि आपकी ग्रह दशा अनुकूल नहीं है, तो आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र बता रहे हैं कुछ ऐसे संकेतों के बारे में जो बताते हैं कि आपकी ग्रह दशा बिगड़ रही है. इन संकेतों को पहचानकर समय रहते उपाय करने से आप परेशानियों से बच सकते हैं.

1. पैर हिलाना: अगर आपको अचानक पैर हिलाने की आदत बढ़ गई है या बिना कोशिश किए ही आपके पैर हिलने लगते हैं, तो यह बुध और शनि के अशुभ होने का संकेत है. डॉ. मिश्र का कहना है कि ऐसे में तुरंत शनि के उपाय शुरू कर देने चाहिए.

2. बालों या शरीर को खुजाना: यदि आपको अपने बालों या शरीर को सामान्य से अधिक खुजाने की इच्छा होती है, तो यह केतु के प्रतिकूल प्रभाव का संकेत है. केतु का बुरा प्रभाव आगे चलकर कष्टकारी हो सकता है, इसलिए इसे गंभीरता से लेना चाहिए.

3. कमजोर स्मरण शक्ति, तोतलाना, अशुद्ध उच्चारण: यदि आप बातें भूल जाते हैं, मौके पर नाम या उत्तर याद नहीं आते, या शब्दों का उच्चारण अस्पष्ट होता है, तो यह बुध ग्रह के कमजोर होने का लक्षण है. समय रहते इसका उपाय करना जरूरी है.

4. दूसरों के मामलों में टांग अड़ाना: बिना मांगे सलाह देना या दूसरों की समस्याओं में बेवजह हस्तक्षेप करना या दूसरों की बुराई करना, सामाजिक रूप से अपमान का कारण बन सकता है. डॉ. मिश्र के अनुसार, ऐसे लोगों का गुरु ग्रह खराब होता है, जिसे अनुकूल करने का प्रयास करना चाहिए.

5. एसिडिटी और गैस की बढ़ती तकलीफ: अगर आपको पेट की समस्या, एसिडिटी, गैस और लीवर की प्रॉब्लम बार-बार हो रही है, तो यह गुरु ग्रह के खराब होने का संकेत है. गुरु ग्रह को मजबूत करने के उपाय करने चाहिए.

6. जल्दी खाना खाना: बहुत ज्यादा भूख लगना और जल्दी-जल्दी खाना खाना, शनि और बुध के खराब होने का संकेत है. दोनों ग्रहों के लिए उपाय करना आवश्यक है.

7. दांपत्य जीवन में बाधा: यदि आप विवाहित जीवन का सुख नहीं ले पा रहे हैं और जीवनसाथी के साथ छोटी-छोटी बातों पर भी क्लेश होता है, तो समझिए कि आपका गुरु ग्रह खराब है. गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए.

8. कंधे झुका के रहना या हिलने-डुलने की आदत: कंधे झुका कर चलने वाले लोग खुले विचार वाले नहीं होते और हर बात को लेकर शंकालु रहते हैं. वहीं, यदि आप हिलते-डुलते रहते हैं, एक स्थान पर स्थिर नहीं रहते, स्मरण शक्ति की कमी है, पेट की समस्या है और पसीना बहुत आता है, तो समझिए कि गुरु और बुध दोनों खराब हैं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. ETV BHARAT एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है.

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