रायबरेली: एम्स रायबरेली में पहले पूर्णकालिक निदेशक की नियुक्ति के साथ अस्पताल में अब प्रोजेक्ट के जल्द पूरा होने की उम्मीद की जा रही है. हाल ही में पीजीआई चंडीगढ़ के वरिष्ठ चिकित्सक और डीन अकादमिक डॉ. अरविंद राजवंशी को बतौर कार्यकारी निदेशक रायबरेली एम्स का प्रभार सौंपा गया था.
बता दें कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रायबरेली एम्स के मेंटरशिप की जिम्मेदारी पीजीआई चंडीगढ़ को सौंपी गई थी. पीजीआई चंडीगढ़ के निदेशक ही एम्स रायबरेली के निदेशक की जिम्मेदारी का देख रहे थे. अब नियमित निदेशक की तैनाती से संस्थान में काम तेजी से होने की उम्मीद लगाई जा रही है.
अगस्त 2018 में रायबरेली एम्स में ओपीडी सुविधाओं की शुरुआत की गई थी. मगर संस्थान पर अभी भी आईपीडी सर्विसेज की शुरुआत नहीं हो सकी है. लंबे अरसे से चल रहे प्रयासों के बीच अटकलें लगाई जा रही थी कि इसी साल अप्रैल-मई माह के दौरान इन सुविधाओं का शुभारंभ किया जा सकेगा. हालांकि उससे पहले संस्थान को मेडिकल और सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति करनी पड़ेगी, जिसको पूरा करने में निदेशक की रायबरेली में मौजूदगी बेहद कारगर साबित होगी.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायबरेली के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ला ने ETV भारत को बताया कि पीजीआई चंडीगढ़ के डीन अकादमिक डॉ. अरविंद राजवंशी को रायबरेली एम्स का पहला पूर्णकालिक कार्यकारी निदेशक का कार्यभार सौंपा गया है. नियमित निदेशक की मौजूदगी से संस्थान के सभी अटके कार्य फास्ट ट्रैक के जरिए पूरा होने की उम्मीद है और कई मायनों में संस्थान को इसका लाभ जल्द मिलता दिखेगा.
निदेशक के बंगले का निर्माण हुआ पूरा
समीर शुक्ला ने बताया कि संस्थान के मुखिया और एम्स रायबरेली के नवनियुक्त निदेशक डॉ. अरविंद राजवंशी के लिए संस्थान के रिहायसी परिसर में बंगला निर्माण का कार्य पहले से ही पूरा हो चुका है.
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