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परिसीमन ने बदला है रायबरेली में पंचायत का चुनावी गणित

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है. सरकार ने चुनाव सकुशल संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. रायबरेली जिले में परिसीमन के बाद चुनाव और भी दिलचस्प हो गया है.

यूपी पंचायत चुनाव 2021
यूपी पंचायत चुनाव 2021
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Published : Mar 1, 2021, 9:46 AM IST

रायबरेली: यूपी में पंचायत चुनाव का शंखनाद हो चुका है. सरकार भी सभी तैयारियां पूरी होने का दावा कर रही है. सभी जिलों में परिसीमन का कार्य सम्पन्न हो चुका है. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में परिसीमन के बाद नई सूरत नज़र आती है. राजनीतिक पंडितों के अनुसार इस परिवर्तन का असर होने वाले पंचायत चुनावों में साफ तौर से देखने को मिलेगा. यही कारण है कि कांग्रेस का गढ़ करार दिए जाने वाले रायबरेली में इस बार का पंचायत चुनाव बेहद रोमांचक प्रतीत हो रहा है.

जानकारी देते डीपीआरओ
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. राजनीतिक दलों में भी पंचायत चुनाव को लेकर गहमागहमी चरम पर पहुंच चुकी है. पंचायत चुनाव से जुड़े निर्वाचन कर्मी तेजी से कार्य को पूरा करने में जुटे हैं. रायबरेली जनपद में नए परिसीमन की वजह से क्षेत्र पंचायत सदस्य व ग्राम प्रधानों की संख्या में कमी हुई है.
जिले में पंचायत चुनाव के आंकड़ों पर एक नज़र


साल 2015 के पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 52 थी. इस बार भी जिला पंचायत सदस्यों की इतनी ही बरकरार है, लेकिन क्षेत्र पंचायत सदस्यों की संख्या में बदलाव हुआ है. पहले जहां वर्ष 2015 में यह संख्या 1310 थी,वहीं इस बार यह आंकड़ा 1301 है. बात करे अगर ग्राम प्रधानों की, तो इस संख्या में कमी देखी गई है. पिछले बार वर्ष 2015 में जिले में कुल ग्राम प्रधानों की संख्या 989 थी. वहीं इस बार यह 988 रहेगी. ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या में भी कमी करते हुए 2015 में 12440 की अपेक्षा इस बार 12425 पद तय हुए हैं. हालांकि ब्लॉक प्रमुख के पदों की संख्या अभी भी 18 पर ही बरकरार है. वहीं राजस्व ग्राम की संख्या भी 1563 है.

परिसीमन के बाद बदला है चुनावी गणित

चुनावों में परिसीमन के बाद वोटरों की भी संख्या में भी इजाफा हुआ है. 2015 के चुनाव में जहां 19 लाख 71 हज़ार 766 मतदाता थे, वहीं इस बार मतदाता सूची के फाइनल प्रकाशन के बाद 21 लाख 19 हज़ार 998 मतदाता चिन्हित किए गए हैं. वर्ष 2015 की अपेक्षा में मतदान स्थलों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. बीते चुनावों में जहां मतदान स्थल की संख्या 3026 रही, वहीं इस बार 2021 में 3566 मतदान स्थल बनाए जाने की तैयारी है. गौरतलब है कि जनपद में ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या 26 लाख 5 हज़ार 365 आंकी गयी है.

रायबरेली पंचायत चुनाव के आंकड़ों पर एक नजर

वर्षकुल मतदाता
20151971766
20212119998

पंचायत चुनाव में सदस्यों की संख्या

चुनाव वर्ष 2015 वर्ष 2021
जिला पंचायत सदस्य5252
क्षेत्र पंचायत सदस्य13101301
ग्राम प्रधानों की संख्या 989988
ग्राम पंचायत सदस्य 1244012425
ब्लाक प्रमुख की संख्या1818
मतदान स्थल 30263566


ब्लॉक वार मतदाता सूची

ब्लॉक का नाम मतदाता (2015)मतदाता (2021)
राही 146334 160753
सताव 124410 134052
आमावा98257 107245
हरचंदपुर 103662 110819
डलमऊ 132495 141704
दीनशाहगौरा75157 83121
लालगंज130225 138226
सरेनी 146578153989
ऊंचाहार 112615 121931
खीरो 124259 132632
जगतपुर 6782274029
रोहनिया 57264 59214
महराजगंज 98878 109842
बछरावां 118678 125357
शिवगढ़ 88495 93576
सलोन 163142 176148
छतोह 82852 90882
डीह 100643 106478
कुल योग 1971766 2119998


पंचायत चुनाव में होगा जोरदार मुकाबला

पंचायत चुनाव को लेकर रायबरेली में राजनीतिक घमासान छिड़ चुका है. सत्तारुढ़ दल भारतीय जनता पार्टी से लेकर देश की सबसे पुरानी सियासी पार्टी कांग्रेस इसमें अहम किरदार निभाने वाले हैं. समाजवादी पार्टी भी पंचायत चुनावों में रायबरेली जनपद में हमेशा से आक्रामक भूमिका में नजर आती रही है. यही कारण है कि इस बार भी सपा और बसपा कहीं कमतर नजर नहीं आते. पंचायत चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों का दबदबा हमेशा से कायम रहा है. कुछ यही कारण है कि कई दबंग उम्मीदवार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ने पर अमादा नजर आते हैं. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस के एकमात्र बचे गढ़ में पंचायत चुनाव को लेकर जोर आजमाइश चरम पर शुरू हो चुकी है और यह त्रिस्तरीय चुनाव 2022 में आने वाले विधानसभा चुनाव की दिशा और दशा तय करेगा.

रायबरेली: यूपी में पंचायत चुनाव का शंखनाद हो चुका है. सरकार भी सभी तैयारियां पूरी होने का दावा कर रही है. सभी जिलों में परिसीमन का कार्य सम्पन्न हो चुका है. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में परिसीमन के बाद नई सूरत नज़र आती है. राजनीतिक पंडितों के अनुसार इस परिवर्तन का असर होने वाले पंचायत चुनावों में साफ तौर से देखने को मिलेगा. यही कारण है कि कांग्रेस का गढ़ करार दिए जाने वाले रायबरेली में इस बार का पंचायत चुनाव बेहद रोमांचक प्रतीत हो रहा है.

जानकारी देते डीपीआरओ
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. राजनीतिक दलों में भी पंचायत चुनाव को लेकर गहमागहमी चरम पर पहुंच चुकी है. पंचायत चुनाव से जुड़े निर्वाचन कर्मी तेजी से कार्य को पूरा करने में जुटे हैं. रायबरेली जनपद में नए परिसीमन की वजह से क्षेत्र पंचायत सदस्य व ग्राम प्रधानों की संख्या में कमी हुई है.
जिले में पंचायत चुनाव के आंकड़ों पर एक नज़र


साल 2015 के पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्यों की संख्या 52 थी. इस बार भी जिला पंचायत सदस्यों की इतनी ही बरकरार है, लेकिन क्षेत्र पंचायत सदस्यों की संख्या में बदलाव हुआ है. पहले जहां वर्ष 2015 में यह संख्या 1310 थी,वहीं इस बार यह आंकड़ा 1301 है. बात करे अगर ग्राम प्रधानों की, तो इस संख्या में कमी देखी गई है. पिछले बार वर्ष 2015 में जिले में कुल ग्राम प्रधानों की संख्या 989 थी. वहीं इस बार यह 988 रहेगी. ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या में भी कमी करते हुए 2015 में 12440 की अपेक्षा इस बार 12425 पद तय हुए हैं. हालांकि ब्लॉक प्रमुख के पदों की संख्या अभी भी 18 पर ही बरकरार है. वहीं राजस्व ग्राम की संख्या भी 1563 है.

परिसीमन के बाद बदला है चुनावी गणित

चुनावों में परिसीमन के बाद वोटरों की भी संख्या में भी इजाफा हुआ है. 2015 के चुनाव में जहां 19 लाख 71 हज़ार 766 मतदाता थे, वहीं इस बार मतदाता सूची के फाइनल प्रकाशन के बाद 21 लाख 19 हज़ार 998 मतदाता चिन्हित किए गए हैं. वर्ष 2015 की अपेक्षा में मतदान स्थलों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. बीते चुनावों में जहां मतदान स्थल की संख्या 3026 रही, वहीं इस बार 2021 में 3566 मतदान स्थल बनाए जाने की तैयारी है. गौरतलब है कि जनपद में ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या 26 लाख 5 हज़ार 365 आंकी गयी है.

रायबरेली पंचायत चुनाव के आंकड़ों पर एक नजर

वर्षकुल मतदाता
20151971766
20212119998

पंचायत चुनाव में सदस्यों की संख्या

चुनाव वर्ष 2015 वर्ष 2021
जिला पंचायत सदस्य5252
क्षेत्र पंचायत सदस्य13101301
ग्राम प्रधानों की संख्या 989988
ग्राम पंचायत सदस्य 1244012425
ब्लाक प्रमुख की संख्या1818
मतदान स्थल 30263566


ब्लॉक वार मतदाता सूची

ब्लॉक का नाम मतदाता (2015)मतदाता (2021)
राही 146334 160753
सताव 124410 134052
आमावा98257 107245
हरचंदपुर 103662 110819
डलमऊ 132495 141704
दीनशाहगौरा75157 83121
लालगंज130225 138226
सरेनी 146578153989
ऊंचाहार 112615 121931
खीरो 124259 132632
जगतपुर 6782274029
रोहनिया 57264 59214
महराजगंज 98878 109842
बछरावां 118678 125357
शिवगढ़ 88495 93576
सलोन 163142 176148
छतोह 82852 90882
डीह 100643 106478
कुल योग 1971766 2119998


पंचायत चुनाव में होगा जोरदार मुकाबला

पंचायत चुनाव को लेकर रायबरेली में राजनीतिक घमासान छिड़ चुका है. सत्तारुढ़ दल भारतीय जनता पार्टी से लेकर देश की सबसे पुरानी सियासी पार्टी कांग्रेस इसमें अहम किरदार निभाने वाले हैं. समाजवादी पार्टी भी पंचायत चुनावों में रायबरेली जनपद में हमेशा से आक्रामक भूमिका में नजर आती रही है. यही कारण है कि इस बार भी सपा और बसपा कहीं कमतर नजर नहीं आते. पंचायत चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों का दबदबा हमेशा से कायम रहा है. कुछ यही कारण है कि कई दबंग उम्मीदवार निर्दलीय होकर चुनाव लड़ने पर अमादा नजर आते हैं. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस के एकमात्र बचे गढ़ में पंचायत चुनाव को लेकर जोर आजमाइश चरम पर शुरू हो चुकी है और यह त्रिस्तरीय चुनाव 2022 में आने वाले विधानसभा चुनाव की दिशा और दशा तय करेगा.

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