अयोध्या : मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने मतदान में तैनात होने वाले कर्मचारियों की सूची को लेकर आरोप लगाया है. सपा सांसद व पूर्व राज्य मंत्री सहित अन्य सपा नेताओं ने जिलाधिकारी व चुनाव अधिकारी से मिलकर निष्पक्ष चुनाव कराये जाने की मांग की है. पूर्व राज्य मंत्री का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी सरकारी कर्मचारियों के रूप में लग रही है.
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद व पूर्व राज्य मंत्री तेज नारायण पांडे ने गुरुवार को प्रेसवार्ता की. इस दौरान उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने वाले कर्मचारियों को ही मिल्कीपुर चुनाव के लिए ड्यूटी पर लगाया जा रहा है. पूर्व राज्य मंत्री तेज नारायण पांडे ने कहा कि समाजवादी पार्टी निष्पक्ष चुनाव चाहती है. पार्टी की तरफ से अजीत प्रसाद प्रत्याशी घोषित हैं.
उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर की जनता भारतीय जनता पार्टी को नकार रही है. वर्तमान सरकार से जनता बहुत दुखी है. हार के डर से हताश होकर भाजपा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी सरकारी कर्मचारियों के रूप में लग रही है. उनका आरोप है कि संजय शुक्ला भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष रहे हैं, जिनकी ड्यूटी लगाई गई है. उन्होंने कहा कि जो सूची तैयार की गई है, उसमें सैकड़ों नाम शामिल हैं. इसके लिए गुरुवार को जिलाधिकारी से मुलाकात कर निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की मांग की है.
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए 2022 में जिन अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, उस सूची को आप निकाल लीजिए. 4 जून को चुनाव को रिजल्ट आया है उसकी सूची निकाल लें, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय से कोई सूची न ली जाए और न ही सरकार के दबाव में ड्यूटी लगाई जाए. मिल्कीपुर का उपचुनाव निष्पक्ष हो.
वहीं इस मामले में संजय शुक्ला का कहना है कि संस्कृत पाठशाला के अध्यापक होने के नाते हमारी ड्यूटी इस चुनाव में पीठासीन अधिकारी के रूप में लगाई गई है, इसमें किसी प्रकार की कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है. प्रशासनिक अधिकारी के द्वारा सरकारी कर्मचारियों को ही ड्यूटी तैनात किए जाने के मामले में हमारी भी चुनाव ड्यूटी लगाई गई है. इस ड्यूटी के दौरान किसी भी पार्टी का लेना-देना नहीं है, क्योंकि हम पहले सरकारी कर्मचारी हैं.