लखनऊः यूपी विधानसभा के बजट सत्र में पांचवें दिन सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. विपक्ष द्वारा महाकुंभ को लेकर उठाए गए सवाल पर सीएम ने तीखी बयानबाजी की है.
सीएम योगी ने अपने भाषण में कहा कि 'किसी ने सच कहा है कि महाकुम्भ में जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला. गिद्धों को केवल लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली. संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली. आस्थावान को पुण्य मिला, सज्जनों को सज्जनता मिली और भक्तों को भगवान मिले. सीएम योगी के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार किया है.
किसी ने सच कहा है कि महाकुम्भ में जिसने जो तलाशा, उसको वह मिला-
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2025
गिद्धों को केवल लाश मिली
सूअरों को गंदगी मिली
संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली
आस्थावान को पुण्य मिला
सज्जनों को सज्जनता मिली
भक्तों को भगवान मिले... pic.twitter.com/Z4sXsQCJav
अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर जवाब देते हुए लिखा, "लेकिन महाकुंभ में जिन्होंने अपनों को तलाशा, उन्हें न तो अपने उन परिवारवालों का नाम मृतकों की सूची में मिला, जो हमेशा के लिए खो गए और न ही खोया-पाया के रजिस्टर में. कुछ लोगों ने महाकुंभ में राजनीतिक अवसरवाद को तलाशा और उसे आत्मप्रचार का माध्यम बना लिया, लेकिन इस प्रक्रिया में उन्होंने अपनी नैतिकता, सत्यनिष्ठा और मानवीय संवेदनाओं को खो दिया. इसके अलावा, उनकी वाणी पर भी संतुलन नहीं रहा. अशोभनीय कथनों का उच्चारण दर्शाता है कि जब मानसिकता नकारात्मकता के चरम पर होती है, तो देश, काल, स्थान की गरिमा का ख़्याल न करते हुए शब्दों के रूप में प्रकट होती है.
… लेकिन महाकुंभ में जिन्होंने अपनों को तलाशा उन्हें न तो अपने उन परिवारवालों का नाम मृतकों की सूची में मिला, जो हमेशा के लिए खो गये और न ही खोया-पाया के रजिस्टर में।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 24, 2025
कुछ लोगों ने महाकुंभ में राजनीतिक अवसरवाद को तलाशा और उनको आत्मप्रचार का माध्यम मिला लेकिन उन्होंने अपनी… pic.twitter.com/PJi28TRqo4
गौरतलब है कि महाकुंभ को लेकर पहले भी सियासी बयानबाजियों का दौर चलता रहा है. अब इस मुद्दे पर अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ के बीच जुबानी जंग और तेज हो गई है.