रायबरेलीः जिले के गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के मलिकमऊ चौबारा गांव के गोसाई की कुटी जंगल मे गुरुवार को ग्रामीणों के शव देखे मिलने से सनसनी फैल गई. मामले की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई. सूचना मिलने पर फोरेंसिक टीम के साथ पुलिस मौके पर पहुंची. शव कई दिन पुराना था और उसके गले मे आधा गमझा था और बाकी का पेड़ की टहनी से बंधा था. प्रथम दृष्टया पुलिस आत्महत्या मान रही है.
परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
शव की शिनाख्त होरी के पुरवा निवासी राजकुमार के तौर पर हुई. राजकिशोर भट्ठों पर मजदूरों की सप्लाई का काम करता था और एक सप्ताह पहले सुबह घर से निकला था और उसके बाद अब उसका शव मिला. मृतक के परिजनों ने 1 नवम्बर को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है.
जंगल में गए ग्रामीणों ने शव को देख पुलिस को दी सूचना
मृतक राजकुमार 28 अक्टूबर को चाय-नाश्ता करके सुबह घर से निकला था. राजकुमार जब देर रात तक घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी. रिश्तेदारों और परिचितों के यहां तलाश किया लेकिन कहीं पता नहीं चला. इसके बाद थक हारकर परिजनों ने राजकुमार की गुमशुदगी की की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई. गुरुवार को सुबह जब मलिकमऊ चौबारा गांव के ग्रामीण पड़ोस के जंगल गोसाई की कुटी में शौच के लिए गए तो उन्हें वंहा एक शव दिखा. इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब उसकी शिनाख्त कराई तो वो राजकुमार के तौर पर हुई. मृतक की भाभी मालती ने बताया कि एक सप्ताह पहले घर से निकले थे, उनका किसी से कोई विवाद नही था.
प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला लग रहा
लालगंज क्षेत्राधिकारी इंद्रपाल सिंह ने बताया कि एक अधेड़ का कई दिन पुराना शव जंगल मे मिला था. गले मे बंधे गमछा का दूसरा सिरा पेड़ की टहनी से बंधा था जिससे मामला आत्महत्या का लग रहा है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा.