रायबरेली : उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की मौजूदगी में जिला योजना समिति की बैठक में शिरकत करने के बाद भाजपा के सरेनी विधायक धीरेंद्र सिंह ने दावा किया कि बैठक में उन्होंने प्रभावी तरीके से अपने क्षेत्र के जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाया है. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में जो भी सड़क खस्ताहाल है वह सभी जिला पंचायत के कार्यक्षेत्र में आती हैं. जिला पंचायत इनको दुरुस्त करने में लापरवाही बरत रहा है. जबकि लोक निर्माण विभाग के अधीन आने वाली सड़कों को विधायक ने चाक चौबंद करा दिया है.
विधायक धीरेंद्र सिंह कलेक्ट्रेट परिसर में योजना समिति की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि कई बार खराब सड़क के विषय को उठाया गया है. लेकिन जिला पंचायत इसकी लगातार अनदेखी कर रहा है. विधायक ने डीएम से 2 माह के अंदर जिला पंचायत के अधीन आने वाली सभी सड़कों को दुरुस्त करने की बात कही. बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर वर्तमान में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के भाई अवधेश सिंह काबिज हैं.
इसके साथ ही लालगंज कस्बे में एनएच 232 पर कुछ वर्ष पूर्व बने पुल के जर्जर होने के सवाल पर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस बाबत लगातार वो एनएचएआई के अधिकारियों से बात करेंगे और प्रयास यह करेंगे कि जब तक पुल नहीं बन जाता टोल प्लाजा में वसूली बंद हो जाए.
दरअसल, 16 दिसंबर 2018 को प्रधानमंत्री मोदी ने रायबरेली का दौरा किया था. जिले के लालगंज कस्बे में आयोजित रैली में पीएम मोदी ने तमाम योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने के साथ ही रायबरेली से बांदा के बीच एनएच 232 पर बने पुल का भी लोकार्पण किया था. लेकिन महज चंद महीने बीतते ही पुल की हालत खस्ताहाल हो गयी और फिर उसके जरिए होने वाला आवागमन भी ठप हो गया. हालांकि लालगंज कस्बे में एनएच के टोल बूथ पर टैक्स वसूलने का क्रम जारी रहा. यही कारण है कि स्थानीय जनता इस मुद्दे को लेकर आवाज उठाती रही है.