लखनऊ: प्रदेश भर में 17 जून को होने वाली जुमे की नमाज को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं. प्रयागराज, बरेली और आगरा में सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. प्रयागराज में अटाला इलाके में मजिस्ट्रेट के अलावा इंटेलिजेंस के लोग तैनात हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि बरेली में अब शुक्रवार को मोहब्बत वार, भाईचारे बार के रूप में मनाएंगे. वहीं, आगरा के अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि जुमे की नमाज के दौरान किसी तरह की हिंसक वारदात न हो इसके लिए पूरे आगरा जोन में कड़ी सतर्कता बरती जा रही है.
प्रयागराज में बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद उपद्रवियों ने कई घंटे तक पत्थरबाजी करके खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के अटाला इलाके में बवाल और आगजनी करते हुए तांडव मचाया था. फिर से ऐसी घटना न हो सके उसके लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इस इलाके में पुलिस पीएसी और आरएएफ का पहरा पहले से ही लगा हुआ है. इतना ही नहीं इसके साथ पूरे इलाके में मजिस्ट्रेट के अलावा इंटेलिजेंस के लोग तैनात हैं, जिससे कि 17 जून को होने वाली जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से निपट सके.
डीएम और एसएसपी लगातार अटाला इलाके का निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरान अफसर इलाके के सभ्रांत लोगों के साथ संवाद भी कर रहे हैं, जिससे कि शुक्रवार की नमाज शांति के साथ निपट जाए और इसके साथ ही पिछले शुक्रवार को पत्थरबाजी करने वालों का सुराग भी मिल सके. डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है 17 जून की नमाज के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की व्यवस्था हो चुकी है. पिछले शुक्रवार के मुकाबले 10 गुना ज्यादा फोर्स इलाके में तैनात की जाएगी, जिससे कि हर हाल में शांति व्यवस्था बनी रहे और कोई भी आसामाजिक तत्व गलत हरकत न कर सके. इसको लेकर सतर्कता और निगरानी भी बढ़ा दी गई है.
अफसर हर तरह की सावधानी बरतने में जुटे
मदरसों और मस्जिदों के जिम्मेदार लोगों से पुलिस प्रशासन के अधिकारी लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. इसके साथ ही पुलिस प्रशासन की तरफ से सभी को साफ हिदायत दी गई है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को मस्जिद या मदरसे में रुकने न दिया जाए. इस दौरान कहीं बाहरी लोगों के रुकने की जानकारी मिली तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा इलाके की गलियों में भी अफसरों ने निरीक्षण किया. उस दौरान गलियों में निर्माणाधीन मकान और दूसरे घरों के बाहर लगे ईंटों के ढेर को मौके से हटवा दिया गया है. शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी न हो और न ही पत्थरबाजी जैसी घटना हो सके. इसी वजह से एहतियात के तौर पर जेसीबी और मजदूरों की मदद से अटाला इलाके और आसपास की गलियों के अंदर बाहर रखे मिले सारे ईंट-पत्थरों को भी हटवा दिया गया है.
एसएसपी ने सावधानी बरतने के साथ ही दी चेतावनी
एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि बीते शुक्रवार को जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया था, उन्हें उनके किए की सजा जरूर मिलेगी. 17 जून को होने वाली जुमे की नमाज के दौरान किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो, न ही किसी तरह की भीड़ जमा हो सके. उसके लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से पूरी तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं, जिससे कि जुमे के दिन कही से कोई बाहरी लोगों की भीड़ इलाके में आकर जमा न हो सके.
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एसएसपी ने इलाके के लोगों से पुलिस की मदद करने और कानून की राह पर चलने की अपील की है. उनका कहना है कि लोग जुमे की नमाज शांतिपूर्वक तरीके से पढ़कर सामाजिक सौहार्द और एकता की मिसाल पेश करें. यही नहीं इसके साथ ही एसएसपी ने चेतावनी भी दी है कि किसी ने भी अगर अब जुमे की नमाज के वक्त किसी तरह की साजिश करने की कोशिश की या शरारत करने की साजिश रची तो उसके खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अपने स्तर से जुमे की नमाज के दौरान शांति कायम रखने के लिए हर प्रयास कर रही है.
मस्जिदों से भी की जा रही लोगों से अपील
17 जून को जुमे की नमाज के दौरान भीड़ न लगाने की अपील की गई है. साथ ही पुलिस प्रशासन का सहयोग करने और किसी के बहकावे में न आने की भी अपील अलग-अलग मस्जिदों से की जा रही है. मस्जिद के इमाम और उससे जुड़े लोग पत्र जारी कर लोगों से शांति बनाने और जुमे की नमाज को शांतिपूर्वक तरीके से पढ़ने के बाद अपने घरों को जाने की अपील कर रहे हैं. साथ ही नमाज के पहले और बाद में कहीं भीड़ न लगाने की भी अपील की गई है.
बरेली में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत भारतीय सद्भावना मंच ने सभी धर्मों के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया. कार्यक्रम को साध्वी मां कल्पना अरुंधति द्वारा आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार बुधवार को बरेली पहुंचे थे. उन्होंने भारतीय समाज सेवा मंच के एक कार्यक्रम में शिरकत की. कार्यक्रम में जहां सभी धर्मों के लोग मौजूद थे. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को पत्थर वार या हिंसा वार के इस शब्द को बदलेंगे. जिन नेताओं ने शुक्रवार को बदनाम किया है, उनकी निंदा करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि बरेली में अब शुक्रवार को मोहब्बत वार, भाईचारे बार के रूप में मनाएंगे. पत्थर वार एक हिंसक नाम है, इस नाम को हम लोग बदलेंगे.
आगरा के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने कहा है कि जुमे की नमाज के दौरान किसी तरह की हिंसक वारदात न हो इसके लिए पूरे आगरा जोन में कड़ी सतर्कता बरती जा रही है. ऐसे लोग भी पुलिस की रडार पर है जो पर्दे के पीछे रहकर बलवाइयों को भड़काने का काम करते हैं, इन सभी को चिह्नित करके कड़ी कार्रवाई अमल में लायी जाएगी. अपर पुलिस महानिदेशक आगरा बुधवार शाम को फिरोजाबाद में थे, जहां देर शाम वह मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने बताया कि वह जोन के सभी जनपदों में नजर बनाए हुए हैं. सभी जनपदों के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की जा रही है.
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