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Terrorists Zeeshan Qamar: अकाउंटेंट से आतंकी तक का सफर, अहम राज जानकर खुफिया एजेंसियां भी हैरान

प्रयागराज के करेली इलाके से गिरफ्तार जीशान कमर के बारे में चौंकाने वाली बात सामने आई है. खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि जीशान आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के भी संपर्क में था. आज हम आपको बताने जा रहे हैं, एक अकाउंटेंट का आतंकी बनने का सफर.

Terrorists Zeeshan Qamar
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Published : Sep 17, 2021, 7:28 PM IST

प्रयागराज : देश को दहलाने की साजिश रचने वालों में शामिल जीशान कमर और ओसामा तो गिरफ्तार हो चुके है. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जीशान के अलावा इस साजिश में शामिल ओसामा के पिता उबैद उर रहमान व उसके चाचा हुबैद उर रहमान के पकड़े जाने पर और भी राज खुल सकते हैं. दरअसल, पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अफसरों ने खुलासा किया था कि प्रयागराज से पकड़े गए जीशान और दिल्ली से पकड़े गए ओसामा ने बताया था कि उन्हें पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई. यह भी सामने आया था कि ट्रेनिंग पाकिस्तान के थट्टा टेरर कैंप में दी गई. जिसके बाद आईबी समेत अन्य खुफिया एजेंसियां दोनों के बारे में और अधिक जानकारी जुटाने में लग गईं हैं.

ऐसे शुरू हुआ आतंकी बनने का सफर

आपको बता दें, जीशान ने एमबीए की पढ़ाई करने के बाद सऊदी अरब में जाकर अकाउंटेंट की नौकरी जॉइन कर ली थी. इस दौरान पहले से ही वहां रह रहे प्रयागराज के करेली निवासी ओसामा से उसकी मुलाकात हुई. जिसके बाद ओसामा और उसके पिता उबैद उर रहमान व उसके चाचा हुबैद उर रहमान से जीशान की मुलाकात हुई. इसके बाद से ही अकाउंटेंट से आतंकी बनने का जीशान का सफर शुरू हो गया.


खजूर के व्यापार के नाम पर रची गयी आतंक की साजिश

प्रयागराज के करेली इलाके में रहने वाले जीशान ने नैनी के शुआट्स से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. जिसके बाद कुछ सालों पहले वो सऊदी अरब में अकाउंटेंट की नौकरी करने चला गया. यहां पर उसकी मुलाकात पुराने परिचित ओसामा और उसके पिता उबैद उर रहमान व चाचा हुमैद उर रहमान से हुई. इसी बीच उनकी नजदीकियां बढ़ती गयीं. प्रयागराज में सीएए-एनआरसी के विरोध में चल रहे प्रदर्शन में भी जीशान इन्हीं लोगों के साथ शामिल होता था. इसके बाद लॉक डाउन लगने पर जीशान प्रयागराज में रहने लगा. यहां से उसने ओसामा और उसके चाचा हुमैद उर रहमान खजूर का व्यापार करने लगे. ओसामा के चाचा और पिता कई साल से दुबई में रहकर काम करते थे. इसी वजह से जीशान आसानी से उनके साथ जुड़ गया, क्योंकि वो प्रयागराज के करेली इलाके के रहने वाले थे एक दूसरे को पहले से जानते भी थे.

मस्कट में किया गया ब्रेनवाश थट्टा में मिली ट्रेनिंग

खजूर के व्यापार को बढ़ाने के नाम पर जीशान को ओसामा और हुमैद उर रहमान के साथ मस्कट तक ले जाया गया. सुरक्षा एजेंसियों को अभी तक जो जांच में पता चला है, उसके मुताबिक मस्कट से ही जीशान का ब्रेनवाश करने का काम शुरू हुआ. इसके बाद उसे मस्कट के रास्ते होते हुए बोट व अन्य साधनों से पाकिस्तान पहुंचाया गया. जहां उसकी मुलाकात आईएसआई के लोगों से करवायी गयी. इसके बाद जीशान पूरी तरह से उनके कहने पर काम करने लगा था. उसी दौरान उसे पाकिस्तान में थट्टा पहुंचाया गया, जहां पर आतंकी कसाब को ट्रेनिंग दी गयी थी. थट्टा में ही जीशान व ओसामा के साथ ही अन्य लोगों को आतंक की ट्रेनिंग दी गयी. वहीं पर रहकर जीशान और ओसामा ने भी आतंक की ट्रेनिंग पूरी की. इस ट्रेनिंग में उन्हें एके-47 से लेकर आईईडी ब्लास्ट करने और रॉकेट लांचर चलाने के साथ ही ग्रेनेड फेंकने की भी ट्रेनिंग दी गयी. इस तरह से एमबीए की पढ़ाई करके अकाउंटेंट बना जीशान आतंकी बन गया.

इसे भी पढ़ें- फर्जी निकला छात्रा के अपहरण का मामला, प्रेमी संग हुई थी फरार


एटीएस अभी कर रही है तलाश

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ ही एटीएस (ATS) की टीम प्रयागराज में ओसामा के चाचा हुबैद उर रहमान व पिता उबैद उर रहमान को तलाश रही है. यही नहीं सुरक्षा एजेंसियां इन लोगों से मिलने-जुलने वालों की भी कुंडली खंगाल रही हैं. इसके अलावा प्रयागराज के नैनी इलाके के जिस पोल्ट्री फार्म से आईईडी बरामद हुई है, उसके मालिक शाहरूख को भी तलाशा जा रहा है. जबकि पोल्ट्री फार्म के पास से मिले सीसीटीवी फुटेज में जो दो तीन लोग दिख रहे हैं, उनका भी एटीएस पता लगाने में जुटी हुई है. क्योंकि उसी कार से आईईडी लाकर प्लांट करने की पूरी आशंका है.

प्रयागराज : देश को दहलाने की साजिश रचने वालों में शामिल जीशान कमर और ओसामा तो गिरफ्तार हो चुके है. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जीशान के अलावा इस साजिश में शामिल ओसामा के पिता उबैद उर रहमान व उसके चाचा हुबैद उर रहमान के पकड़े जाने पर और भी राज खुल सकते हैं. दरअसल, पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अफसरों ने खुलासा किया था कि प्रयागराज से पकड़े गए जीशान और दिल्ली से पकड़े गए ओसामा ने बताया था कि उन्हें पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई. यह भी सामने आया था कि ट्रेनिंग पाकिस्तान के थट्टा टेरर कैंप में दी गई. जिसके बाद आईबी समेत अन्य खुफिया एजेंसियां दोनों के बारे में और अधिक जानकारी जुटाने में लग गईं हैं.

ऐसे शुरू हुआ आतंकी बनने का सफर

आपको बता दें, जीशान ने एमबीए की पढ़ाई करने के बाद सऊदी अरब में जाकर अकाउंटेंट की नौकरी जॉइन कर ली थी. इस दौरान पहले से ही वहां रह रहे प्रयागराज के करेली निवासी ओसामा से उसकी मुलाकात हुई. जिसके बाद ओसामा और उसके पिता उबैद उर रहमान व उसके चाचा हुबैद उर रहमान से जीशान की मुलाकात हुई. इसके बाद से ही अकाउंटेंट से आतंकी बनने का जीशान का सफर शुरू हो गया.


खजूर के व्यापार के नाम पर रची गयी आतंक की साजिश

प्रयागराज के करेली इलाके में रहने वाले जीशान ने नैनी के शुआट्स से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. जिसके बाद कुछ सालों पहले वो सऊदी अरब में अकाउंटेंट की नौकरी करने चला गया. यहां पर उसकी मुलाकात पुराने परिचित ओसामा और उसके पिता उबैद उर रहमान व चाचा हुमैद उर रहमान से हुई. इसी बीच उनकी नजदीकियां बढ़ती गयीं. प्रयागराज में सीएए-एनआरसी के विरोध में चल रहे प्रदर्शन में भी जीशान इन्हीं लोगों के साथ शामिल होता था. इसके बाद लॉक डाउन लगने पर जीशान प्रयागराज में रहने लगा. यहां से उसने ओसामा और उसके चाचा हुमैद उर रहमान खजूर का व्यापार करने लगे. ओसामा के चाचा और पिता कई साल से दुबई में रहकर काम करते थे. इसी वजह से जीशान आसानी से उनके साथ जुड़ गया, क्योंकि वो प्रयागराज के करेली इलाके के रहने वाले थे एक दूसरे को पहले से जानते भी थे.

मस्कट में किया गया ब्रेनवाश थट्टा में मिली ट्रेनिंग

खजूर के व्यापार को बढ़ाने के नाम पर जीशान को ओसामा और हुमैद उर रहमान के साथ मस्कट तक ले जाया गया. सुरक्षा एजेंसियों को अभी तक जो जांच में पता चला है, उसके मुताबिक मस्कट से ही जीशान का ब्रेनवाश करने का काम शुरू हुआ. इसके बाद उसे मस्कट के रास्ते होते हुए बोट व अन्य साधनों से पाकिस्तान पहुंचाया गया. जहां उसकी मुलाकात आईएसआई के लोगों से करवायी गयी. इसके बाद जीशान पूरी तरह से उनके कहने पर काम करने लगा था. उसी दौरान उसे पाकिस्तान में थट्टा पहुंचाया गया, जहां पर आतंकी कसाब को ट्रेनिंग दी गयी थी. थट्टा में ही जीशान व ओसामा के साथ ही अन्य लोगों को आतंक की ट्रेनिंग दी गयी. वहीं पर रहकर जीशान और ओसामा ने भी आतंक की ट्रेनिंग पूरी की. इस ट्रेनिंग में उन्हें एके-47 से लेकर आईईडी ब्लास्ट करने और रॉकेट लांचर चलाने के साथ ही ग्रेनेड फेंकने की भी ट्रेनिंग दी गयी. इस तरह से एमबीए की पढ़ाई करके अकाउंटेंट बना जीशान आतंकी बन गया.

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एटीएस अभी कर रही है तलाश

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ ही एटीएस (ATS) की टीम प्रयागराज में ओसामा के चाचा हुबैद उर रहमान व पिता उबैद उर रहमान को तलाश रही है. यही नहीं सुरक्षा एजेंसियां इन लोगों से मिलने-जुलने वालों की भी कुंडली खंगाल रही हैं. इसके अलावा प्रयागराज के नैनी इलाके के जिस पोल्ट्री फार्म से आईईडी बरामद हुई है, उसके मालिक शाहरूख को भी तलाशा जा रहा है. जबकि पोल्ट्री फार्म के पास से मिले सीसीटीवी फुटेज में जो दो तीन लोग दिख रहे हैं, उनका भी एटीएस पता लगाने में जुटी हुई है. क्योंकि उसी कार से आईईडी लाकर प्लांट करने की पूरी आशंका है.

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