प्रयागराजः संगम नगरी प्रयागराज में शनिवार का दिन जाम के नाम रहा.जिले में चल रहा माघ मेला हो या फिर गंगापार का झूंसी और नैनी का इलाका, सभी जगह पूरी तरह से सड़कें जाम थी. माघ मेला से लेकर दारागंज, जार्ज टाउन, रामबाग और बैरहना का पूरा इलाका जाम से जूझ रहा था. सुबह से लेकर रात तक इन सड़कों पर पैदल चलने की भी जगह नहीं थी. वहीं, गंगा पर बना शास्त्री पुल और यमुना पर बने नए व पुराने पुल पर भी भीषण जाम लगा हुआ था.
प्रयागराज के माघ मेला में शनिवार को अचला सप्तमी का स्नान पर्व था. इस पर्व पर शनिवार को माघ मेला में गंगा स्नान के साथ ही कल्पवासियों के शिविर में आने वाले परिजनों की वजह से मेला क्षेत्र में भारी भीड़ जुट गयी जिस वजह से मेला क्षेत्र से लेकर शहर के कई इलाके में लोग पूरी तरह से जाम के झाम से जूझ रहे थे. दिन में दस बजे के बाद से शुरू हुआ जाम का झाम रात आठ बजे तक खत्म नहीं हुआ था.
नैनी के रहने वाले अंकुर श्रीवास्तव परिवार के साथ सिविल लाइंस जाने के लिए कार से निकले थे लेकिन नैनी पुल पर जाम के झाम में फंसने के बाद वो चार घंटे के बाद नैनी से शहर की तरफ पहुंचे और उसके बाद काम किये बिना ही वापस लौटना पड़ा. उन्होंने बताया कि करीब 12 किलोमीटर की दूरी तय करने में उन्हें चार घंटे से ज्यादा का समय लग गया और देर होने की वजह से काम हुए बिना ही वापस लौटना पड़ा.
उन्होंने कहाकि मुख्य स्नान पर्वों पर तो मेला और जिला प्रशासन बहुत ज्यादा तैयारियां करता है लेकिन अचला सप्तमी के स्नान पर्व पर बेहतर व्यवस्था न किये जाने का खामियाजा पूरे शहर के साथ ही श्रद्धालुओं और उनके परिजनों को भुगतना पड़ा. वहीं, जाम की समस्या से श्रद्धालुओं और शहरियों को हुई परेशानी पर मेला और ट्रैफिक पुलिस की तरफ से कोई अफसर सामने नहीं आया.