प्रयागराज: गुजरात की जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटों के संदिग्ध रुप से लापता होने के मामले को लेकर प्रयागराज के जनपद न्यायालय में बुधवार को भी कोई फैसला नहीं आया. पुलिस की तरफ से इस मामले में सीलबंद लिफाफे में 13 मार्च को अति गोपनीय रिपोर्ट कोर्ट में जमा की गई है. इसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिये 15 मार्च बुधवार की तारीख तय की थी. बुधवार को सीजेएम कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिये 17 मार्च की तारीख तय कर दी.
दरअसल, 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटे लापता थे. इसके बाद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तरफ से कोर्ट में अर्जी देकर अपील की गई थी कि उनके दोनों बेटों का पता लगाया जाए क्योंकि पुलिस ने 24 फरवरी की रात से उनके दो नाबालिग बेटों को कई दिनों से अवैध तरीके से हिरासत में ले रखा है. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर धूमनगंज थाने की तरफ से चार मार्च को कोर्ट मे जवाब दिया गया कि अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटे कसारी मसारी इलाके में लावारिस हालत में मिले थे.
इन बच्चों के पिता जेल में है. मां हत्या के मामले में आरोपित होने की वजह से फरार है. परिवार के अन्य लोग जेल में हैं. इस वजह से उनकी जान के खतरे को देखते हुये उन्हें पुलिस ने बाल संरक्षण गृह में भेज दिया है .पुलिस के इस जवाब देने के बाद एक बार फिर शाइस्ता की तरफ से कोर्ट में अर्जी दाखिल कर बताया गया कि उनके बेटे खुल्दाबाद बाल संरक्षण गृह में नहीं है. पुलिस ने झूठ बताया है.
जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि शाइस्ता परवीन की तरफ से दूसरी बार अर्जी दाखिल करने के बाद कोर्ट ने इस मामले में पुलिस से 10 मार्च तक पुनः रिपोर्ट मांगी थी. इसमें पुलिस ने 13 मार्च को जवाब दाखिल किया था लेकिन कोर्ट ने जवाब देखने और फैसले के लिये 15 तारीख तय कर दी थी. इसके बाद बुधवार को कोर्ट की तरफ से एक बार केस की सुनवाई के लिये 17 तारीख तय कर दी गई है.17 तारीख कोर्ट पुलिस की तरफ से दाखिल किये गए जवाब को देखकर अपना फैसला सुना सकती है.