प्रयागराज: जिले में सिख धर्म गुरु श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 550 वर्ष प्रकाश उत्सव पर्व मनाया जा रहा है. जगह-जगह गुरु नानक जी के संदेश और उनकी झांकियां लोगों के बीच लेकर अनुयायी जा रहे हैं. प्रकाश उत्सव पर्व को मनाने के लिए प्रकाश पर्व यात्रा का आयोजन किया गया है.
- प्रयागराज में निकाली गई श्री गुरु नानक देव जी महाराज की प्रकाश पर्व यात्रा.
- 550 वर्ष पूर्ण होनें पर लोगों ने मनाया श्री गुरु नानक देव जी महाराज का प्रकाश उत्सव पर्व.
- गुरु नानक प्रकाश पर्व यात्रा इसी क्रम में प्रयागराज पहुंची है.
- गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व सन 1469 में ननकाना साहिब में हुआ था.
- गुरु नानक ने हमेशा आडंबर, अनाचार, छुआछूत का विरोध और एक प्रभु की आराधना का संदेश दिया.
- गुरु नानक ने सीख दी थी कि इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है.
इस जगह से शुरू हुई यह यात्रा
यह यात्रा गुरु नानक झिरा साहिब वेदर कर्नाटक गुरुद्वारा से दो जून को शुरू हुई थी, जो कई राज्यों से होते हुए प्रयागराज पहुची है. प्रयागराज पहुंचने पर गुरु सिंह महासभा ने बहुत ही भव्य रूप से इसका स्वागत किया. गुरु ग्रंथ साहिब की इस यात्रा में दो पहिया और चार पहिया वाहनों को फूलों से सजाया गया था. इस यात्रा के दौरान उनके अनुयायी उनके संदेशो को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार की सामग्रियों का सहारा लिया. यात्रा का काफिला प्रयागराज के अलोपीबाग से शहर में प्रवेश किया और खुल्दाबाद स्थित गुरुद्वारा होते हुए वह रायबरेली के लिए रवाना हो गया. इस दौरान रास्ते से गुजरते लोग गुरु ग्रंथ साहिब की गाड़ी पर सर झुकाकर आशीर्वाद और प्रसाद ग्रहण किया.