प्रयागराज : संगम तट पर वैशाख बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भारी संख्या में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने स्नान और दान किया. बुद्ध पूर्णिमा के चलते श्रद्धालु यहां पर सुबह से ही संगम स्नान कर देव मंदिरों में दर्शन-पूजन किया. मान्यता के अनुसार इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
- ग्रह, संयोग और तिथियों पर पढ़ने वाली आज बुद्ध पूर्णिमा काफी फलदाई मानी जाती है.
- मान्यता है कि वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर स्नान और दान करने से साधकों की समस्त मनोकामना पूर्ण होती है.
- साथ ही साथ इस स्थिति पर बौद्ध धर्म के प्रवर्तक भगवान बुध के साथ मां पुष्पा देवी की जयंती भी मनाई जाती है.
- बहुत से श्रद्धालु इस अवसर पर व्रत रखकर संगम स्नान करते हैं और भगवान विष्णु का पूजन करने वाले साधकों को अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है.
- पूर्णिमा की तिथि शनिवार को भोर में 3:34 से लेकर रात में 2:26 बजे तक रहेगी.
- लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर संगम में स्नान किया, तत्पश्चात उपस्थित लेटे हनुमान जी का दर्शन-पूजन भी किया.
बुद्ध पूर्णिमा पर होने वाले संगम स्नान के चलते मेला प्रशासन द्वारा साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था की गई है. दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह से असुविधा का सामना न करना पड़े. वहीं डीप वाटर बैरिकेडिंग के माध्यम से गहरे जल में श्रद्धालुओं को जाने से मनाही की गई है.