प्रयागराज: भारत में बच्चों को पढ़ाने का नया तरीका देखने को मिल रहा, जो बच्चों को भी खूब भा रहा है. जरा सोचिए एक ऐसी किताब और पेन हो जो आपको पढ़कर सुनाए. जी हां, प्रयागराज के पुस्तक मेले में ऐसी किताब और पेन देखने को मिला. साथ ही प्रयागराज पुस्तक मेले में आए लोगों को ये पेन और पुस्तक खासा पसंद आ रही है.
सोचिए एक ऐसा पेन और किताब हो जो आपको किताब पढ़कर सुनाए साथ ही जिस शब्द पर आप उसे रख दें, वो उसे बोलकर सुना दे. ऐसे पेन किताब को क्या कहेंगे आप.? आप भी सोच रहे होंगे कि ये भला कैसे संभव है. लेकिन किताब पढ़ने का एक नया तरीका अब भारत में आ गया है. टेक्नॉलजी की दुनिया में इसे मल्टीमीडिया प्रिंट रीडर कहते हैं. जिसकी सहयता से आप बड़ी साहनी से अपने बच्चों को इस पेन और किताब से पढ़ा सकते हैं.
इस पेन की एक मजबूरी भी है. यह किसी भी किताब पर रखने से नहीं बोलती है. इस पेन के लिए खास तौर पर रीडर बुक और पोस्टर पेपर बनाए गए हैं और इसी पर रखने पर ये काम करती है. वहीं, किताब की बात करे तो इसमें लिखे शब्दों को प्रेस करने के साथ-साथ अलग-अलग फंक्शन भी दिए गए हैं. जिसकी सहयता से बच्चें आसानी से पढ़ सकते हैं.
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वहीं, अलग-अलग उम्र के बच्चों के लिए अलग-अलग पेन है. एक पेन तीन साल से लेकर पांच साल की ग्रुप के बच्चों के लिए है तो दूसरा 2 साल से 10 साल तक के बच्चों के लिए है. इधर, पुस्तक मेले में स्टॉल लगाने वाली नैनी ने बताया कि बच्चों को टॉकिंग बुक्स और टॉकिंग पेन बहुत पसंद आ रहा है. जिससे बच्चे खेल-खेल में पढ़ाई कर सकेंगे. साथ ही कुछ देर बच्चे स्क्रीन से भी दूर होंगे, जिससे उनकी आंखों को भी आराम मिलेगा.
मेले में छात्र अवनीश कहते हैं कि डिजिटल युग में डिजिटल पेन बच्चों को बहुत पसंद आ रही है. क्योंकि कि जिस तरह से आज मॉडर्न युग में बच्चे मोबाइल, टीवी में व्यस्त रहते हैं तो वहीं ये एक कोशिश की गई है कि बच्चों को डिजिटल तरीके से जोड़ने की, जो एक अच्छी पहल है.
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