प्रयागराज: जिले के बाजारों में होली से पहले पिछले साल जैसी रौनक नहीं दिख रही है. दुकानदारों का कहना है कि बाजार में भीड़ तो दिखती है लेकिन सभी लोग खरीददारी कम करते हैं. जिस कारण इस बार पिछले साल की तरह बाजारों में रौनक नहीं दिख रही है. वहीं खरीददारी करने के लिए बाजारों में पहुंचने वाले लोगों का कहना है कि त्योहार की रस्में निभाने के लिए जरूरत के सामानों की खरीददारी कर रहे हैं.
दुकानदारों को उम्मीद
शहर में कपड़ों का कारोबार करने वाले व्यापारियों का कहना है कि हर साल की तरह अभी बाजार में रौनक नहीं है. लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में होली से ठीक पहले बिक्री बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जैसे होली नजदीक आएगी, लोग खरीददारी करने के लिए घरों से निकलेंगे.
अबीर-गुलाल की दुकान पर है सन्नाटा
होली का पर्व रंगों का त्यौहार है. लेकिन इस बार रंगों के इस पर्व पर अबीर गुलाल की भी बिक्री ज्यादा नहीं हो रही है. जिससे अबीर गुलाल बेचने वाले दुकानदार मायूस हैं. कई सालों से रंग बेचने वाले दुकानदार का कहना है कि इस साल लोग रंगों की खरीददारी कम कर रहे हैं. कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने की वजह से भी रंगो की खरीदारी कम हो रही है.
दुकानों पर भी कम है रौनक
होली के पर्व पर रंगों के साथ ही पापड़ चिप्स और गुझिया की भी खूब बिक्री होती थी. लेकिन इस बार पापड़ चिप्स के बाजार में भी पहले जैसी रौनक नहीं दिख रही है. लेकिन दुकानदारों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में लोग खरीददारी करने निकलेंगे. जिससे उनकी बिक्री बढ़ेगी.
बेरोजगारी की मार
पिछले साल लगे लॉकडाउन का असर इस बार के होली के त्योहार पर देखने को मिल रहा है. कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से नौकरी गंवाने वाले लोगों का कहना है कि उनकी होली फीकी ही रहेगी. होली के त्योहार को मनाने के लिए सिर्फ रस्मों को पूरा करने और बच्चों की खुशी के लिए थोड़ी बहुत जरूरत के सामानों की खरीददारी कर रहे हैं.
प्रयागराज के बाजारों में फिलहाल पिछले साल की तरह रौनक नहीं दिख रही है. लेकिन उसके बावजूद दुकानदारों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में होली से ठीक पहले लोग खरीदारी करने के लिए बाजारों में निकलेंगे जिससे उनकी बिक्री बढ़ेगी.