प्रयागराज : यूपी में इन दिनों ब्राह्मणों को साधने को लेकर सियासत तेज हो चुकी है. इसी कड़ी में भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष एक और कदम आगे बढ़ गए. उन्होंने सीएम योगी की तुलना भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) से कर दी. सीएम योगी (Yogi Adityanath) की तुलना परशुराम से करते हुए भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी ने कहा कि जिस तरह से भगवान परशुराम ने अत्याचारियों का संहार किया था, उसी तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) अत्याचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. सरकार के कामकाज के सहारे ही उन्होंने मिशन 2022 (Mission 2022) में जीत हासिल करने का भी दावा किया है.
2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly election 2022) को देखते हुए इस वक्त यूपी में राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गयी हैं. संगम नगरी प्रयागराज में चार दिन पहले दौरे पर जहां बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा पहुंचे थे, वहीं गुरुवार को दो दिन के दौरे पर भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी पहुंचे हैं. उन्होंने भाजपा के नेताओं और कार्यकताओं से मुलाकात की. इस दौरान युवा मोर्चा के पदाधिकारियों से बातचीत करके प्रदेश अध्यक्ष ने मिशन 2022 में जुटने का आह्वान किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वो लोगों के बीच जाकर सरकार के कामकाज को जनता को बताएं.
प्रांशु दत्त द्विवेदी ने पत्रकारों से बात करते हुए सीएम योगी की तुलना भगवान परशुराम से की. उनका कहना है कि जिस तरह से भगवान परशुराम ने जुल्म और अत्याचार करने वालों का संहार किया था. ठीक उसी तरह से अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अत्याचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं. इस कार्रवाई के दौरान किसी भी अपराधी का जाति-धर्म नहीं देखा जा रहा है. हर अत्याचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ने इस दौरान समाजवादी और बहुजन समाज पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों पार्टियों ने सरकार में रहते हुए ब्राह्मण समाज पर जुल्म और अत्याचार किया था. अब सत्ता हासिल करने के लिए ब्राह्मणों को साधने के प्रयास कर रहे हैं. बसपा प्रमुख मायावती को मतलबी बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके चाचा ने गेस्ट हाउस कांड के वक्त मायावती की रक्षा की थी. लेकिन, जब वो मुख्यमंत्री बनीं तो उन्होंने उसी परिवार के विरोधियों से रक्षा नहीं की थी.
भाजपा नेता ने सपा-बसपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों ही सरकारों के समय में युवाओं को नौकरी देने में उनके साथ धोखा किया जा रहा था. सपा-बसपा के राज में एक ही क्षेत्र और जाति विशेष के लोगों को नौकरियां मिल रही थी. लेकिन योगी राज हर क्षेत्र, हर जाति-धर्म के लोगों को बगैर किसी भेदभाव के, योग्यता के आधार पर नौकरियां मिल रही हैं. नौकरी के लिए आज युवाओं से वसूली नहीं हो रही है.
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