प्रयागराजः महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी व श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के नए महंत के रूप में बलवीर गिरि की चादर विधि में शामिल होने के लिए करीब दस हजार संतों व अति विशिष्ट अतिथियों को बुलाया जाएगा. इसके लिए कार्ड छपकर तैयार हो चुके हैं. कार्डों को भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इस कार्यक्रम के लिए दो तरह के कार्ड छपे हैं. इसमें एक कार्ड बड़ा है और एक कार्ड विजिटिंग कार्ड के रूप में छपवाया गया है. छोटा कार्ड सिर्फ एक व्यक्ति के लिए ही मान्य होगा.उसमें लिखा हुआ है इस कार्ड के जरिये सिर्फ एक आदमी को प्रवेश मिलेगा. छोटा कार्ड मठ में आने वाले सभी भक्तों को दिया जाएगा.
पांच अक्टूबर के कार्यक्रमों पर एक नजर
षोडशी व चादर विधि के लिए छपवाए गए कार्ड के अनुसार पांच अक्टूबर (मंगलवार) को दिन में 11 बजे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा. लगभग एक घंटे तक महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी. उसके बाद 12 बजे महंताई की चादर विधि शुरू की जाएगी. जिसमें अखाड़े के अलग-अलग साधु संत महंत बलवीर गिरि को चादर अर्पित करेंगे. यह प्रक्रिया करीब एक घंटे तक चलेंगी. इसके बाद एक बजे से षोडशी भंडारा शुरू होगा. षोडशी भंडारा शाम तक जारी रहेगा.
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पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज की निगरानी में महंत नरेंद्र गिरि का षोडशी और बलवीर गिरि का चादर विधि कार्यक्रम संपन्न होगा. आमंत्रण पत्रों पर निवेदक के रूप में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव महंत रवींद्र पुरी, सचिव महंत रामरतन गिरी और सचिव महंत ओंकार गिरी का नाम लिखा है. बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनकी वसीयत के अनुसार महंत बलवीर गिरि को बाघम्बरी मठ का उत्तराधिकारी बनाने को लेकर पहले सहमति नहीं बनी थी.
हालांकि बाद में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के पंच परमेश्वरों ने बलवीर गिरि को ही बाघम्बरी मठ का उत्तराधिकारी बनाने पर सहमति दे दी थी. तय हुआ था कि महंत नरेंद्र गिरि का षोडशी और बलवीर गिरि का चादर विधि कार्यक्रम एक ही दिन होगा. इसके लिए पांच अक्टूबर की तिथि तय की गई है. इसी के तहत तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं.