प्रतापगढ़ः जिले के एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में 1901 में स्थापित अवध बार एसोसिएशन लखनऊ के महामंत्री मनोज मिश्र ने बताया कि उन्होंने हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के भारी भरकम भवन में महज तीस अदालतें चल रही हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ ही लखनऊ के आसपास के मण्डलों समेत मुरादाबाद व बरेली मण्डलों का ज्यूरिडक्सन प्रयागराज से हटाकर लखनऊ बेंच में शामिल करने की मुहिम के तहत तमाम जिलो का दौरा कर चुके हैं. इसके लिए सरकार पर दबाव बनाने को अवध बार एसोसिएशन लखनऊ ने एक समिति का भी गठन किया है.
ज्यूरिडिक्शन चेंज होने के बाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के नए और विशाल भवन में जो तमाम अदालतें बनाई गई हैं, उनमें भी कार्य सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा. इसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश व लखनऊ के आसपास के तमाम जिले के लोगों के साथ ही अधिवक्ताओं को जो अभी लंबी दूरी तय कर प्रयागराज जाना पड़ता, जिसमें ज्यादा समय और पैसा भी खर्च होता है उससे निजात मिलेगी.
जूनियर अधिवक्ताओं के लिए लाइब्रेरी व सीनियर अधिवक्ताओं को पेंशन की मांग को लेकर समय समय पर आंदोलन की बाबत महामंत्री ने कहा कि लाइब्रेरी और पेंशन की बाबत हम सरकार से बातचीत कर इसे पूरे प्रदेश में लागू करने का प्रयास करेंगे, ताकि अधिवक्ताओं को सुविधा मिल सके.